दरभंगा: कोरोना वायरस को लेकर देशभर में लगे लॉकडाउन के कारण अन्य व्यवसाय की तरह मुर्गा व्यवसाय पर भी काफी असर पड़ा है. इसका मुख्य वजह था कोरोना वायरस के संक्रमण के भय के कारण लोगों ने मुर्गा खाना छोड़ दिया. इसका नतीजा यह हुआ कि मुर्गा व्यवसायी परेशान हो गए थे. मुर्गे को औने-पौने दामों में बेचने को विवश थे.
लॉकडाउन में हुआ मुर्गा महंगा लेकिन, राज्य सरकार ने अब इसकी बिक्री की अनुमति दी. जिसके बाद लोगों ने दोबारा मुर्गा खाना शुरू कर दिया है. मांग में अचानक हुई बढ़ोतरी के कारण इसकी आपूर्ति में कमी हो रही है. जिसकी वजह से इसकी कीमत अब ज्यादा चुकानी पड़ रही है.
'बाजार में मुर्गे की कमी'
मुर्गा की खरीदारी करने पहुंचे ग्राहक ने कहा कि जब लॉकडाउन शुरू हुआ है. तब मुर्गा 20 से 25 रुपया प्रति किलो मिल रहा था. अभी मार्केट में मुर्गा नहीं होने के कारण खड़ा मुर्गा 160 रुपया प्रति किलो और मुर्गा का मीट 220 रुपया प्रति किलो मिल रहा है. उन्होंने कहा कि अभी बाजार में मुर्गा की बहुत कमी है. इसका मुख्य वजह पॉल्ट्री फार्म में मुर्गा का उत्पादन नहीं होना है. इस कारण कीमत आसमान छू रहा है.
उत्पादन ठप होने से आसमान छू रही कीमत
मुर्गा व्यवसाई का कहना है कि जिस समय लॉकडाउन हुआ था. उस समय में सारे लोग डरते हुए मुर्गा खाना छोड़ दिए थे. इसका नतीजा यह हुआ की मुर्गा की बिक्री बिल्कुल बंद हो गय,. जिसके कारण पोल्ट्री फॉर्म वाले प्रचार करके फ्री में मुर्गा बांटकर स्टॉक को समाप्त कर लिया गया. उन्होंने कहा कि अब जब मामला बिल्कुल शांत हुआ है और मुर्गा का खपत शुरू हुआ है. तो माल ना तो बाहर से आ पा रहा है और ना ही स्थानीय स्तर पर तैयार हो पा रहा है. इस कारण से मुर्गा महंगा बिक रहा है.