दरभंगा: बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने खुद पर लगे उस आरोप को गलत ठहराया है, जिसमें कहा गया था कि पीडीएस का सरकारी अनाज वो अपने निजी फंड से राहत के रूप में बांट रहे हैं. अब विधायक ने सफाई दी है कि वे अनाज अपने निजी पैसे या सक्षम लोगों से मिली मदद की राशि से खरीदते हैं. दुकानदार उन्हें अनाज सरकारी मुहर लगे इन बोरों में पैक करके देते हैं. कई लोग इस तरह के बोरों में पैक कर सीधे बांटने के लिए दे देते हैं.
सरकारी बोरों में भरे अनाज MLA पर आरोप
बता दें कि इस संबंध में एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें गोदाम में बैठे व्यक्ति को विधायक बताकर सोशल मीडिया पर लोग शेयर कर रहे हैं और सरकारी अनाज राहत के रूप में निजी तौर पर बांटने का आरोप लगा रहे हैं.
संकट की घड़ी में राजनीति नहीं- विधायक
विधायक संजय सरावगी ने कहा कि ये सवाल उन दुकानदारों या दाताओं से किया जाना चाहिए जो इन बोरों में पैक कर उन्हें अनाज देते हैं. विधायक ने यह भी बताया कि लॉकडाउन लगने के बाद से ही वे अपने पैसों और लोगों से मिली दान की राशि से लगातार अनाज व अन्य जरूरी सामान गरीबों में बांट रहे हैं. वे बोले कि यह संकट की घड़ी है. इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए.
JDU विधायक पर साधा निशाना
विधायक से जब पूछा गया कि आखिर कौन लोग उनके खिलाफ आरोप लगा रहे हैं तो उन्होंने विपक्ष के साथ-साथ अपने गठबंधन के हायाघाट से जदयू विधायक अमरनाथ गामी पर भी निशाना साधा. कहा कि ये सभी लोग थके-हारे किस्म के हैं, जिन्होंने 15 साल तक गरीबों का अनाज लूटा और शासन किया. अमरनाथ गामी का नाम लिए बिना संजय सरावगी ने कहा कि वे ऐसे व्यक्ति हैं जो मीडिया में बयान देने के आधे घंटे बाद ही पलट जाते हैं. मीडिया को भी उनकी खबर चलाने पर शर्म आती होगी.