केरल / पटना : मूल रूप से बिहार के रहने वाले मजदूर के बेटे ने केरल की 10वीं बोर्ड परीक्षा में टॉप कर कमाल कर दिया है. प्रवासी मजदूर साजिद के बेटे दिलशाद ने दसवीं की परीक्षा मलयालम में दी थी.
'कौन कहता है कि आसमान में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों.' ये लाइनें मोहम्मद दिलशाद ने चरितार्थ करते हुए केरल में बिहार का गौरव बढ़ाया है. गरीबी को करीब से देखने वाले मोहम्मद ने दसवीं की परीक्षा में अभूतपूर्व प्रदर्शन किया. इसके लिए उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने उसे ट्वीट कर उन्हें बधाई दी.
उपराष्ट्रपति ने दी बधाई
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने बोर्ड परीक्षा में टॉप करने के लिए दिलशाद को बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा- 'दिलशाद के पिता साजिद और उनके परिवार का प्रयास प्रशंसनीय है.' बता दें कि दिलशाद केरल के बिनानीपुरम में मलयालम माध्यम में सरकारी हाई स्कूल का छात्र है.