बिहार

bihar

ETV Bharat / state

दरभंगा: मजदूर के बेटे ने किया कमाल, केरल की 10वीं बोर्ड परीक्षा में किया टॉप - बिहारी

बिहार के प्रवासी मजदूर के बेटे ने केरल में दसवीं की परीक्षा में टॉप किया है. उसने केरल की राजकीय भाषा मलयालम में परीक्षा देकर ये कमाल कर दिखाया है.

Bihar migrant boy is board exam star in Malayalam medium

By

Published : May 12, 2019, 7:56 PM IST

केरल / पटना : मूल रूप से बिहार के रहने वाले मजदूर के बेटे ने केरल की 10वीं बोर्ड परीक्षा में टॉप कर कमाल कर दिया है. प्रवासी मजदूर साजिद के बेटे दिलशाद ने दसवीं की परीक्षा मलयालम में दी थी.

'कौन कहता है कि आसमान में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों.' ये लाइनें मोहम्मद दिलशाद ने चरितार्थ करते हुए केरल में बिहार का गौरव बढ़ाया है. गरीबी को करीब से देखने वाले मोहम्मद ने दसवीं की परीक्षा में अभूतपूर्व प्रदर्शन किया. इसके लिए उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने उसे ट्वीट कर उन्हें बधाई दी.

उपराष्ट्रपति ने दी बधाई
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने बोर्ड परीक्षा में टॉप करने के लिए दिलशाद को बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा- 'दिलशाद के पिता साजिद और उनके परिवार का प्रयास प्रशंसनीय है.' बता दें कि दिलशाद केरल के बिनानीपुरम में मलयालम माध्यम में सरकारी हाई स्कूल का छात्र है.

बिहार के दरभंगा के रहने वाले हैं​​​​​​​ दिलशाद
मोहम्मद दिलशाद के पिता साजिद पांच बच्चों और पत्नी समेत 20 साल से केरल के एर्नाकुलम जिले में रह रहे हैं. पिता साजिद केरल की एक छोटे से जूता फैक्ट्री में काम करते हैं. पिता ज्यादा पढ़े लिखे नहीं है. वो मूल रूप से बिहार के दरभंगा के रहने वाले हैं.

सभी विषयों में मिला A+
दिलशाद ने केरल के मलयालम माध्यम सरकारी स्कूल में पढ़ते हुए दसवीं की परीक्षा दी थी. जारी हुए बोर्ड के परीक्षा परिणाम में दिलशाद ने सभी विषयों में ए प्लस ग्रेड हासिल किया है. इस बात की खबर होते ही माता-पिता के आंखों में आंसू छलक आए.

'भविष्य उज्ज्वल है'
'होनहार बिरबान के होत चिकने पात' कुछ यही लफ्ज कहते हुए दिलशाद के शिक्षकों का कहना है कि उसका भविष्य उज्जवल है. दिलशाद आगे चलकर बहुत नाम करेगा. वहीं, दिलशाद 12वीं की पढ़ाई साइंस स्ट्रीम से कर इंजीनियर बनना चाहता है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details