दरभंगा: बिहार एंबुलेंस कर्मचारी संघ के बैनर तले 102 एंबुलेंस के चालक व ईएमटी कर्मीयों अनिश्चितकालीन धरना पर हैं. जिसके कारण मरीज निजी एंबुलेंस के सहारे मनमानी रुपया देकर मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं.
दरअसल डीएमसीएच सहित जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों की 102 एंबुलेंस चालक और ईएमटी के कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
गरीब लोगों हो रही काफी परेशानी
जानकारी के अनुसार जिले में लगभग 50 एंबुलेंस की गाड़ियां कार्यरत है. जिसमें 169 चालक व ईएमटी कर्मी कार्यरत है. अधिकांश 102 एंबुलेंस सिविल सर्जन कार्यालय परिसर में खड़ी है. जिसके कारण खास कर गरीब लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
'एंबुलेंसचालक का होता है शोषण'
वहीं कर्मियों का कहना है कि एंबुलेंस का परिचालन करने वाली आउटसोर्सिंग कंपनी उनका शोषण कर रही है. समय पर मजदूरी का भुगतान नही करना, 12 घंटे प्रतिदिन काम लेना और संबधित मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद कर रहें है. उनका कहना है कि जब तक हमारी मागें पूरी नहीं की जाएगी. तब तक धरणा प्रदर्शन जारी रहेगा.
'समस्या का निष्पादन राज्य स्तर पर हो'
वहीं अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी दिलीप कुमार ने कहा कि 102 एंबुलेंस जो कंपनियां चलाती है वहीं कर्मियों का भुगतान भी करती है. हम लोगो के स्तर से कंपनी को भुगतान किया जा चुका है, साथ ही उन्होंने कहा कि इन लोगों का कुछ अन्य मांगे भी है. जिसका निष्पादन राज्य स्तर पर किया जाना है और जिसकी सूचना ने विभाग को दे दी गई है.