दरभंगा: ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक पप्पू यादव की रिहाई और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की बर्खास्तगी समेत कई मांगों को लेकर प्रतिवाद दिवस मनाया. माले कार्यकर्ताओं ने एम्बुलेंस घोटाले में भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी की गिरफ्तारी और 18 से 44 वर्ष के लोगो के लिए कोविड टीकाकरण की ऑनलाइन बाध्यता खत्म करने, गांव-गांव में मेडिकल टीम भेज कर जागरूकता अभियान फैलाने, डीलरों से वार्ता कर हड़ताल समाप्त करवाने, और सभी जिला अस्पतालों में वेंटिलेटर युक्त आईसीयू की व्यवस्था करने की मांग भी की है.
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प्रधानमंत्री पर कसा तंज
इस मौके पर दरभंगा पहुंचे आइसा के कार्यकारी महासचिव प्रसनजीत ने कहा कि देशभर में महामारी की भयावह स्थिति के जिम्मेदार मोदी-शाह ने आमजन को अस्पतालों में मरने को छोड़ दिया है. वहां एक तरफ मरीज ऑक्सीजन और दवाई के बिना दम तोड़ रहे है. वहीं दूसरी तरफ सभी नागरिकों को वैक्सीन लगाने के लिए पर्याप्त संख्या में वैक्सीन की डोज सरकार उपलब्ध नहीं करवा पा रही है. उन्होंने कहा कि बिहार और केंद्र की एनडीए सरकार सिर्फ बयानबाजी में लगी हुई है. उन्होंने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री सह सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी के यहां से एम्बुलेंस बरामद होती है. लेकिन आज तक उनपर कार्रवाई नहीं हुई है. लेकिन इसे उजागर करने वाले पप्पू यादव को जेल के अंदर बंद कर दिया जाता है.
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देशव्यापी किया जाएगा आंदोलन
प्रसनजीत ने कहा कि आइसा इसके खिलाफ देशव्यापी प्रतिवाद आंदोलन करेगा. इस अवसर पर आइसा जिलाध्यक्ष प्रिंस राज ने कहा कि नौजवानों के जीवन के साथ खिलवाड़ हो रहा है. 18 वर्ष से ऊपर लोगों को वैक्सीन लेने में बहुत परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि नौजवानों को पंचायत स्तर पर कैंप लगाकर और छात्र-छात्राओं के लिए महाविद्यालय और विश्वविद्यालय स्तर पर कैंप लगाकर जांच व टीकाकरण की व्यवस्था करें. उन्होंने सरकार से मांग की है कि 18 से 45 वर्ष के आयु के लिए कोविड टीकाकरण में ऑनलाइन की बाध्यता को खत्म की जाए.