दरभंगा:मधुबनी में हुए सामूहिक दुष्कर्म को लेकर कर्पूरी चौक से डीएमसीएच तक न्याय दो मार्च निकाला गया. इस दौरान पीड़िता के बेहतर इलाज की व्यवस्था स्पीडी ट्रायल चलाकर सभी आरोपियों को सजा देने की मांग की गई. मार्च का नेतृत्व ऐपवा की जिला सचिव सनीचरी देवी, आइसा के जिलाध्यक्ष प्रिंस कर्ण, आइसा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य संदीप कुमार ने की. वहीं, आपातकाल विभाग के सामने आयोजित सभा की अध्यक्षता ऐपवा जिला सह सचिव राशिदा खातून ने की.
दरभंगा में आइसा-एपवा का प्रतिवाद मार्च, मधुबनी पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग - दरभंगा की ताजा खबर
मधुबनी में सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों को सजा दिलाने की मांग पर दरभंगा में आइसा और एपवा के लोगों ने प्रतिवाद मार्च निकाला.
अपराध की घटनाओं पर रोक लगाने में विफल
सभा को सबोधित करते हुए ऐपवा जिला सह सचिव राशिद खातून ने कहा कि आज बिहार में लगातार यौन उत्पीड़न की घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है. वर्तमान समय में 'बेटी बचाओ-बेटी पढाओं' का नारा देने वाली भाजपा-जदयू की सरकार में बेटियां सुरक्षित नहीं है. ऐसे में हमारी नीतीश सरकार से मांग है कि अविलंब मधुबनी की पीड़िता का सरकार बेहतर इलाज करवाकर परिजनों की सुरक्षा की गारंटी लें.
बेहतर इलाज की गारंटी ले सरकार
राशिद खातून ने कहा कि हमारा मानना है कि सरकार और जिला प्रशासन की मिलीभगत के कारण न्याय नहीं मिल पाता है. बिहार के मुखिया इस मामले को संज्ञान में लेते हुए स्पीडी ट्रायल चला अविलंब सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर सजा की गारंटी करें. अगर इस मामले में कोई भी लापरवाही होती है तो आने वाले दिनों में आइसा- ऐपवा बड़े आंदोलन में जाते हुए यौन उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष तेज करेगी.