दरभंगा: साल 2020 उत्तर बिहार और मिथिलांचल के लोगों को बड़ी सौगात देकर जा रहा है. इसी साल 8 नवंबर को वायुसेना के दरभंगा एयरपोर्ट से सिविल एविएशन की उड़ान योजना के तहत स्पाइस जेट ने दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु के लिए सीधी फ्लाइट की शुरुआत हुई. दरभंगा एयरपोर्ट पटना और गया के बाद बिहार का तीसरा एयरपोर्ट है. जहां से नियमित फ्लाइट शुरू हुई है.
1941 बना था एयरपोर्ट
एयरपोर्ट 1941 में दरभंगा राज की ओर से स्थापित किया गया था. 1962 में दरभंगा के आखिरी महाराजा सर कामेश्वर सिंह की मृत्यु तक यहां से आम लोगों के लिए कोलकाता की फ्लाइट चलती थी जिसका लाभ तब के व्यापारी उठाते थे. महाराजा कामेश्वर सिंह की मृत्यु के बाद भारत सरकार ने एयरफोर्स के लिए इस एयरपोर्ट का अधिग्रहण कर लिया और तभी से सिविल एविएशन की विमान सेवा भी बंद हो गई.
92 करोड़ की लागत, 9000 फीट का रनवे
भारतीय वायु सेना से संबंधित दरभंगा एयरपोर्ट का 92 करोड़ की लागत से विस्तार हुआ. एयरपोर्ट ऑथिरिटी के मुताबिक दरभंगा एयरपोर्ट का रनवे 9000 फीट का है. जिससे इसकी पटना, गया के बाद तीसरे नंबर पर एयरपोर्ट की गिनती होती है. उड़ान योजना के तहत स्पाइस जेट की फ्लाइटें उड़ान भर रही हैं.
एयरपोर्ट से विमान सेवा शुरू अहमदाबाद, हैदराबाद, पुणे के लिए भी फ्लाइट
नए साल में दरभंगा हवाई अड्डा से हवाई सफर करने वाले लोगों के लिए नयी सौगात मिलने जा रही है. जनवरी से तीन नए शहरों अहमदाबाद, हैदराबाद और पुणे के लिए यहां से स्पाइसजेट की सीधी विमान सेवा शुरू हो रही है. 11 जनवरी को अहमदाबाद के लिए पहली उड़ान तो हैदराबाद और पुणे की फ्लाइट 18 जनवरी से शुरू होगी.
विमान सेवा से लोगों में खुशी इलाके के लोगों में खुशी
इस सालदोबारा इस एयरपोर्ट के शुरू होने से इस इलाके के लोगों में बेहद खुशी है. एयरपोर्ट को लेकर लोगों के और भी कई सपने और अरमान हैं. मिथिलांचल के लोगों ने एयरपोर्ट के लिए केंद्र और राज्य सरकार को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि लखनऊ, पटना, कोलकाता और हैदराबाद जैसे शहरों के लिए भी फ्लाइट शुरू होनी चाहिए.
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के दर्जे की मांग
दरभंगा एयरपोर्ट मिथिलांचल के लोगों के लिए बेहद खास तोहफा है. लोगों का कहना है कि सेवा का विस्तार जल्द होना चाहिए. लखनऊ, पटना, कोलकाता और हैदराबाद जैसे शहरों के लिए भी फ्लाइट शुरू होनी चाहिए और अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा मिलना चाहिए.
विमान सेवा की शुरूआत तो हो गई है लेकिन कुछ लोगों का कहना है कि यहां से दूसरे शहरों में जाने के लिए किराया ज्यादा है. लिहाजा इसे लेकर भी सरकार को ध्यान देने की जरूरत है. प्रधानमंत्री ने कहा था कि हवाई चप्पल पहनकर हवाई जहाज पर यात्रा करने के लायक इस सेवा को बनाया जाएगा.