दरभंगा: हिंदी और मैथिली के प्रसिद्ध कवि बाबा नागार्जुन (Baba Nagarjuna) को उनकी 110वीं जयंती पर जन्मभूमि दरभंगा (Darbhanga) में श्रद्धांजलि दी गई. इस अवसर पर विद्यापति सेवा संस्थान की ओर से ललित नारायण मिथिला विवि (LNMU)के केंद्रीय पुस्तकालय परिसर स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. इस कार्यक्रम में एलएनएमयू के कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने ऑनलाइन शिरकत की.
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ऑनलाइन संबोधन में कुलपतिप्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि शक्ति के उपासक बाबा नागार्जुन मूलतः विपक्ष के कवि थे. वे वर्चस्ववादी सत्ता के विरुद्ध प्रतिरोध की संस्कृति को आजीवन समृद्ध करते रहे. उनकी खासियत रही कि जनहित के विरुद्ध काम करने वालों को उन्होंने कभी नहीं बख्शा.