पटना :समाज कल्याण विभाग ने बाल यौन उत्पीड़न पर राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया. यहां देश दुनिया के कई चिकित्सक, सामाजिक संगठन एवं सामाजिक कल्याण संस्थान के शोधकर्ताओँ का जुटान हुआ. इस कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग के प्रबंध निदेशक डॉक्टर विजयालक्ष्मी, मैनेजिंग डायरेक्टर अतुल प्रसाद समाज, डॉ. बीके भारती, डॉक्टर निगम, डॉक्टर राजीव सेठ एवं रूस से आए वरिष्ठ चिकित्सक समेत कई चिकित्सकों शिरकत ने की.
बाल यौन उत्पीड़न पर डॉक्टर्स ने कहा- बच्चों को दी जाए 'गुड टच' और 'बैड टच' की जानकारी - workshop
बाल यौन उत्पीड़न कार्यशाला में देश विदेश से जुटे चिकित्सकों ने कहना है कि बच्चों के साथ सबसे ज्यादा उत्पीड़न उनके रिश्तेदार ही करते हैं इसलिए स्कूलों में गुड टच और बैड टच की जानकारी दी जाए.
कार्यक्रम में सभी ने चाइल्ड एब्यूज अवेयरनेस के बारे में जानकारी दी. वहीं, समाज कल्याण के प्रबंध निदेशक डॉक्टर विजयालक्ष्मी ने कहा कि बच्चों के साथ हुए यौन शोषण के मामलों पर शोध में यह खुलासा हुआ है कि रिश्तेदार ही उनके साथ गलत व्यवहार करते हैं. जरूरत है कि विभिन्न स्कूलों और संस्थानों में गुड टच और बैड टच के बारे में बच्चों को जानकारी दी जाए.
वहीं, मेडिकल डायरेक्टर ग्लोबल इनिशिएटिव चाइल्ड हेल्थ के डॉक्टर ने कहा कि यौन शोषण मामले में रिश्तेदार की भूमिका अहम होती है इसलिए उन्हें सुरक्षा के प्रति सचेत और जागरुकता जरूरी है. सरकार ने उन बच्चों के लिए पॉस्को एक्ट बनाए हैं, जिसके बारे में समाज में जागरुकता जरूरी है.