पटनाः कुछ दिनों पहले जारी एक रिपोर्ट के अनुसार पटना देश के टॉप प्रदूषित शहरों में शामिल है. प्रदूषण लेवल कम करने के लिए पेड़-पौधे लगाने के साथ-साथ बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने गाइ़़डलाइंस भी जारी किए थे. लेकिन शहर में सरकारी प्रोजेक्ट में ही सभी नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है.
गाइडलांइस की धज्जियां उड़ा रहे सरकारी प्रोजेक्ट, बिना ग्रीन कवर के चल रहा काम - प्रदूषित शहर
लोेहिया पथ निर्माण कार्य बिना किसी ग्रीन कवर के चल रहा है. जबकि गाइडलाइंस के मुताबिक कोई भी कंस्ट्रक्शन का काम चाहे वो सरकारी हो या निजी बिना ग्रीन कवर ढके नहीं होगा.
राजधानी में सरकारी प्रोजेक्ट के तहत चल रहे लोहिया पथ निर्माण कार्य बिना किसी ग्रीन कवर के चल रहा है. जबकि गाइडलाइंस के मुताबिक कोई भी कंस्ट्रक्शन का काम चाहे वो सरकारी हो या निजी बिना ग्रीन कवर ढके नहीं होगा.
प्रदूषण नियंत्रण के लिए जारी गाइडलाइंस
⦁ निर्माण सामग्री का ढंककर ट्रांसपोर्टेशन.
⦁ सभी तरह के निर्माण के दौरान ग्रीन कवर का प्रयोग.
⦁ बड़ी संख्या में पौधारोपण.
⦁ नदी किनारे ग्रीन कवर बढ़ाना.
⦁ सड़कों के किनारे फुटपाथों को टाइल्स से ढंकना.
⦁ 15 साल से ज्यादा पुराने वाहनों को परिचालन से बाहर करना.
⦁ पाल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट सभी वाहनों के लिए सख्ती से लागू करना.