बक्सरः बिहार के बक्सर में निजी नर्सिंग में होम में महिला की मौत हो गई. महिला की मौत के बाद परिजन शव ले जाने की बात कही तो अस्पताल प्रबंधक ने शव देने से इंकार कर दिया. परिजन बकाया राशि के लिए शव रोकने का आरोप लगाते हुए अस्पताल के बाहर प्रदर्शन करने लगे. सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतका के शव को परिजनों के हवाले कराया.
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उत्तर प्रदेश की रहने वाली थी मृतकाः दरअसल, पूरा मामला नगर थाना क्षेत्र के एक निजी नर्सिंग होम का है. उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के सोनरी गांव निवासी चिंटू वर्मा की 22 वर्षीय पत्नी रिंकी देवी को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई. परिजनों ने शव ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधक पर 14 हजार रुपए मांगने का आरोप लगाया.
14 रुपए मांगने का आरोपः परिजनों के अनुसार जिस समय महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया, उस समय अस्पताल के डॉक्टर ने कहा कि रोगी को बचा लिया जाएगा. इस दौरान इलाज के लिए 10 हजार रुपए जमा कराए गए. काफी देर बाद डॉक्टरों ने कहा कि महिला की मौत हो गई. जब शव ले जाने के लिए पहुंचे तो 14 हजार रुपए अतिरिक्त जमा करने के लिए कहा गया, नहीं तो शव नहीं दिया जाएगा. इससे आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल के सामने एनएच को जाम कर दिया.
"जिस समय मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया गया, उस दौरान अस्पताल के निदेशक ने कहा था कि 24 घंटे के ₹10 हजार लगेंगे. 13 घंटे बाद ही मरीज की मौत हो गई. तब तक हमलोगों से 14 हजार रुपए जमा करा लिया गया. अब शव देने के लिए 14 हजार की डिमांड कर रहे हैं. कूड़ा बीनकर हमलोग अपना घर चलाते हैं. अब हमलोग पैसा कहा से दें."- मृतका के परिजन
पुलिस की मदद से सौंपा गया शवः सूचना पर पहुंची गश्ती टीम ने इसकी जानकारी एसपी को दी. सूचना मिलने के बाद बक्सर एसपी मनीष कुमार के निर्देश पर नगर थानाध्यक्ष पहुंचे. इसके बाद मृतका के शव को परिजनों के हवाले कराया गया. परिजन कर शव के साथ उत्तर प्रदेश चले गए.
"इस बारे में सूचना मिली थी. परिजनों का आरोप था कि बकाया रुपए नहीं देने पर शव को रोका गया है. सूचना पर पहुंचकर शव परिजनों के हवाले करा दिया गया है. परिजन शव लेकर चले गए हैं. स्थिति सामान्य है."-मुकेश कुमार, थाना प्रभारी, नगर थाना
'बकाया राशि जमा नहीं कर रहे थे परिजन': इस आरोप के बारे में जब अस्पताल के प्रबंधक से बात की गई तो उन्होंने रुपए बकाया होने की बात कही. उन्होंने बताया कि महिला को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन नहीं बचाया जा सका. परिजनों से बकाया राशि भुगतान करने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने रुपए देने से इंकार कर दिया.
"अस्पताल में जब मरीज को भर्ती किया गया, उस समय हालत बहुत खराब थी. इलाज किया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका. परिजनों को कहा गया कि बकाया पैसे का भुगतान कर दें, लेकिन परिजनों ने रुपए भुगतान करने से इनकार कर दिया."-नर्सिंग होम के निदेशक