बक्सर: केंद्र सरकार का स्वच्छता मिशन और राज्य सरकार की स्मार्ट सिटी की योजना शहर को गंदगी से मुक्त नहीं करा पा रही है. शहर में हर जगह कूड़े का अंबार लगा हुआ है. जिससे लोगों का जीना दूभर हो गया है.
32 लाख हर महीने देने के बाद भी शहर का ये हाल, अधिकारी की दलील- 'ठंड के कारण नहीं हुई सफाई'
नगर परिषद के कार्यपालक अभियंता सुजीत कुमार ने कहा कि ठंड के कारण अच्छे से सफाई नहीं हो पा रही है. जिसके कारण इतनी गंदगी फैली है.
NGO को मिलते हैं 32 लाख रुपये प्रतिमाह
दरअसल, बक्सर नगर परिषद क्षेत्र में कुल 34 वार्ड हैं. जहां इन 34 वार्डों की साफ-सफाई के लिए नगर परिषद की ओर से एक एनजीओ को टेंडर दिया गया है. जिसमें नगर परिषद हर महीने उस एनजीओ को 32 लाख रुपये का भुगतान करता है. उसके बावजूद पूरा शहर कूड़े के ढेर में तब्दील है.
सड़क पर यूं ही पड़ा रहता कचरा
शहर के पीपर पाती रोड से लेकर वीर कुंवर सिंह चौक, सत्यदेव मिल रोड समेत कई ऐसे इलाके हैं, जहां कूड़ा सड़क पर यूं ही पड़ा रहता है. लेकिन इसकी चिंता किसी को भी नहीं है. वहीं, शहर में फैली गंदगी पर नगर परिषद के कार्यपालक अभियंता सुजीत कुमार ने कहा कि ठंड के कारण अच्छे से सफाई नहीं हो पा रही है.