बक्सर: कोरोना वैश्विक आपदा से भारत के साथ विश्व का कई देश जूझ रहा है. इस वैश्विक महामारी से देशवासियों को बचाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सामाजिक दूरी बनाए रखने की बात कही है. साथ ही लोगों की सहायता राशि दी है. ताकि जरूरतमंदों की मदद हो सके. लेकिन पैसे निकालने की होड़ में लोग साशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखना भूल गए हैं.
लॉकडाउन में रिलैक्सेशन मिलते उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां, बैंकों के बाहर लगने लगी कतार - बक्सर में कोरोना मरीज
कोरोना वायरस से बचने के लिए सरकार लगातार सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने की बात कह रही है. लेकिन लोग लगातार इस नियम का उल्लंघन कर रहे हैं.
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सरकारी सहायता राशि निकालने के लिए लोग भीड़ लगा रहे हैं. बैंकों के सामने लंबी-लंबी लाइन लग रही है. दरअसल एक अफवाह फैला गई कि जो लोग सरकार की ओर से दी गई सहायता राशि नहीं निकालेंगे, सरकार उसे वापस ले लेगी. तभी से बैंकों में ज्यादा भीड़ जुटने लगी है.
क्या कहते हैं बक्सर पुलिस कप्तान?
इस मामले को लेकर बक्सर पुलिस कप्तान उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के कारण 200 से अधिक दूसरे जिला का सुरक्षाकर्मियों बक्सर जिला में फंसे हुए हैं. उन्होंने कहा कि सभी जवानों को बक्सर में ही योगदान कराकर बैंकों में तैनात किया गया है. इसके अलावा सभी थाना प्रभारियों को रूल्स को फॉलो कराने का भी निर्देश दिया गया है. ताकि लॉकडाउन के दौरान शहरों में सन्नाटा देखकर अपराधी किसी आपराधिक घटनाओं को अंजाम नहीं दे सके.
जिलाधिकारी ने दी जानकारी
बैंकों में उड़ रहे सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां को लेकर जिला पदाधिकारी अमन समीर ने कहा कि बेवजह लोग बैंकों में पहुंचकर अपना अकाउंट चेक कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि न तो लोग पैसा निकाल रहे हैं और न ही उनको बैंक में कोई काम है. अमन समीर ने कहा कि लोग सोच रहे हैं कि बैंक नहीं गए तो आपदा में सरकार की ओर से दी गई सहायता राशि वापस हो जाएगी.