बक्सर: बिहार के बक्सर स्थित रघुनाथपुर स्टेशन पर 11 अक्टूबर की रात तकरीबन 9:50 पर 12506 डाउन नॉर्थ ईस्ट सुपरफास्ट एक्सप्रेस की 21 बोगियां डिरेल हो गई थी. इस कारण दिल्ली-हावड़ा मेन लाइन के अप और डाउन लाइन में रेल परिचालन पूरी तरह से प्रभावित था. हादसे के 36 घंटे बाद अब धीरे धीरे जन जीवन पटरी पर लौटने लगा है. अप लाइन से पैसेंजर ट्रेनों को लगातार निकाला जा रहा है. 40 घण्टे बाद भी ट्रेनों में बैठने से पहले लोग के चेहरे खौफजदा हैं.
अप लाइन में परिचालन शुरू : पहली ट्रेन के बाद 2 बजकर 20 मिनट पर दूसरी ट्रेन निकली. रघुनाथपुर में हुए भीषण रेल दुर्घटना के 36 घण्टे बाद पहली पैसेंजर ट्रेन जबकि 40 घण्टे बाद अप लाइन से ही दूसरी पैसेंजर दानापुर से चलकर डीडीयू के लिए प्रस्थान की. ट्रेन में यात्रा कर रहे लोगों से जब ग्राउंड जीरो पर जाकर बात की गई तो लोगों ने इस हादसे का जिम्मेवार सरकार को बताया. यात्रियों ने कहा कि उस हादसे के बारे में सोचकर ही रूह कांप जा रही है. वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि उस दिन के भयावह दृश्य के बारे में सोचकर मन विचलित हो जाता है.
"इस हादसे के बाद यह दूसरी पैसेंजर ट्रेन है जो इस रूट से दानापुर से डीडीयू जा रही है."-जितेंद्र कुमार, ट्रेन ड्राइवर
डाउन लाइन में परिचालन शुरू कराने में जुटा रेलवे प्रशासन : दिल्ली-हावड़ा मेन रूट पर अप लाइन में परिचालन चालू होने के साथ ही पूरे उत्साह के साथ रेलवे की तकनीकी टीम डाउन लाइन में परिचालन चालू कराने के लिए युद्ध स्तर पर पटरी को दुरुस्त करने में लगी है. रेलवे के तमाम अधिकारी एवं बोर्ड के मेंबर दानापुर में ही डेरा डाले हुए हैं. आधिकारिक सूत्रों की माने तो केंद्र की सरकार ने बिना परिचालन शुरू कराये दुर्घटना स्थल को छोड़कर जाने वाले अधिकारियों को अंजाम भुगतने की चेतावनी तक दे डाली है.