बक्सर: कानून व्यवस्था और बढ़ रहे अपराध के आरोपों के बाद चौथी बार सत्ता में लौटे नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनने के साथ ही ऐक्शन में हैं. अपने एक महीने के कार्यकाल में ही कानून व्यवस्था को लेकर नीतीश कुमार ने तीन बैठक कर ली है. नीतीश कुमार ने जब से बिहार की सत्ता संभाली है, कानून व्यवस्था को हमेशा पहली प्राथमिकता दी है.
आपराधिक मामलों में कमी
पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष 2018-19 की तुलना में वर्ष 2019-20 में अपराध के हर क्षेत्र में कमी आई है. किंतु पिछले कुछ दिनों में हत्या की कुछ घटनाएं प्रतिवेदित हुईं हैं. जेल से संचालित हो रही आपराधिक घटनाओं पर एसपी ने माना कि यह एक गंभीर मामला है. ऐसी घटनाओं के लिए कहीं ना कहीं सिस्टम जिम्मेदार है.
एकजुट होकर करेंगे काम
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अपराधियों के विरुद्ध एकजुट होकर काम करेंगे. बाल अपराध पर जवाब देते हुए नीरज कुमार सिंह ने कहा कि इसके लिए परिवार स्तर से ध्यान देना होगा. स्वच्छ और स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए सभी को प्रयास करना होगा. शराबबंदी पर एसपी ने कहा कि इसके लिए कुछ नई पहल की जा रही है. पुलिस अधीक्षक स्तर से लेकर चौकीदार तक को जिम्मेदार बनाया गया है.
थानाध्यक्षों को सक्रिय रहने का निर्देश
थानाध्यक्षों को विशेष रूप से सक्रिय रहने का निर्देश दिया गया है. ऐसे में शराबबंदी में संलिप्त पुलिसकर्मियों को आगाह करते हुए एसपी ने कहा कि इसमें लिप्त पाए जाने पर सीधे बर्खास्तगी है. दूसरी कोई सजा का प्रावधान नहीं है. पुलिस अधीक्षक आने वाले दिनों में और टाइट हो सकते हैं.
पुलिस कर्मी करेंगे मेहनत
बक्सर में अपराध को कम करने के लिए एसपी ने बताया कि किसी भी दिन किसी भी समय हम लोग रुकते नहीं हैं. आगे भी हम अपनी कार्यशैली और गतिविधियों में कमी नहीं लाएंगे. अपराध को कम करने और विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए रात-दिन मेहनत करेंगे. हम मेहनत करेंगे. जो भी सफलता होगी, बक्सरवासियों की होगी और जो विफलता होगी वो हमारी होगी.