बक्सर: 17 फरवरी से शुरू हुए पूरे बिहार में मैट्रिक परीक्षा के आज तीसरे दिन बक्सर जिला में परीक्षा समय से ढाई घंटे पहले ही सोशल साइंस का पेपर वायरल हो गया. वायरल हो रहे इस पेपर को लेने के लिए परीक्षार्थियों में होड़ मची रही. इस खबर को ईटीवी भारत द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था. जिसके बाद बक्सर और डुमरांव अनुमंडल में बनाए गए 32 परीक्षा केंद्रों के अंदर उपस्थित सभी परीक्षार्थियों की जिला प्रशासन के अधिकारियों ने तलाशी लेना शुरू कर दिया.
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एसडीएम ने दी जानकारी
'परीक्षा केंद्र के अंदर किसी तरह का कोई कागज का टुकड़ा या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लेकर जाना संभव नहीं है. परीक्षा केंद्र के बाहरी द्वार से लेकर अंदर तक कई लेयर पर जांच की व्यवस्था किया गया है. उसके बाद भी आज सभी परीक्षा केंद्रों पर उपस्थित 1-1 परीक्षार्थियों की तलाशी ली जा रही है. जिससे कि कदाचार मुक्त परीक्षा कराया जा सके.'- एसडीएम
बक्सर में परीक्षार्थियों की तलाशी एक्शन में आई जिला प्रशासन
वायरल हो रहे सोशल साइंस के पेपर को लेकर जब ईटीवी की टीम ने एसडीएम केके उपाध्याय से बात कि तो उन्होंने इस तरह की कोई जानकारी नहीं होने की बात कही. इसके साथ ही वायरल होने की सूचना मिलने की जानकारी प्राप्त करने के बाद सख्त कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन के अधिकारियों ने सभी परीक्षा केंद्रों पर एक साथ 1-1 परीक्षार्थियों की तलाशी लेना शुरू कर दिया है. हालांकि, वायरल हो रहे प्रश्न पत्र असली है या नकली, फिलहाल इस पर सस्पेंस बरकरार है.
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गौरतलब है कि, 3 साल पहले भी मैट्रिक परीक्षा के दौरान कदाचार कराने का एक तस्वीर वायरल होने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिहार की बदनामी हुई थी. जिसके बाद से ही हर बार मैट्रिक परीक्षा के दौरान शिक्षा विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा कदाचार को रोकने के लिए कई तरह रणनीति तैयार किया जाता है. उसके बाद भी शिक्षा माफिया प्रशासन द्वारा बनाए गए रणनीति को भी भेदने में कामयाब हो जाते हैं.