बक्सर:वैश्विक आपदा कोरोना वायरस के बीच भी राजनीतिक दलों का धरना-विरोध जारी है. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने एकबार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है. रालोसपा कार्यकर्ताओं ने नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए एकदिवसीय उपवास रखकर विरोध जताया है. उन्होंने नीतीश सरकार को हर मोर्चे पर फेल बताते हुए प्रवासी मजदूरों की वापसी, शिक्षकों को वेतन सहित पुलिस की बर्बरता पर न्याय की मांग की.
7 सूत्री मांगों के समर्थन में धरने पर बैठे RLSP नेता, उपवास रखकर जताया विरोध - News of Bihar politics
सात सूत्री मांगों को रालोसपा के नेता अपने-अपने घरों के बाहर धरने पर बैठे. इस दौरान उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा.
![7 सूत्री मांगों के समर्थन में धरने पर बैठे RLSP नेता, उपवास रखकर जताया विरोध रालोसपा कार्यकर्ताओं ने किया उपवास](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-6945001-317-6945001-1587891005164.jpg)
जानकारी के मुताबिक रालोसपा नेता अपनी सात सूत्री मांगों को लेकर जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के कुल्हड़िया गांव में अपने घरों के बाहर उपवास और धरना पर बैठे. मौके पर रालोसपा के अनुसूचित जाति जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष संतोष कुमार गोंड ने कहा कि लॉकडाउन के कारण दूसरे प्रदेश में फंसे बिहार के लोगों को घर वापस लाने के लिए राज्य सरकार को व्यवस्था करनी चाहिए.
सभी गरीबों को मिले राशन- रालोसपा
इस दौरान रालोसपा अनुसूचित जाति जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष संतोष कुमार गोंड ने कहा कि प्रदेश में सभी गरीब परिवार को आधार कार्ड पर ही राशन उपलब्ध कराया जाए. इसके लिए राशन कार्ड को अनिवार्य करना गलत है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि किसानों की फसल बिक्री के लिए बाजार उपलब्ध कराया जाए. साथ ही पुलिस लॉकडाउन की आड़ में आमजनों के साथ जो मनमानी कर रही है, उस पर भी कार्रवाई करें. शर्तें पूरी नहीं होने पर उन्होंने आंदोलन की चेतावनी भी दी.