काली पट्टी बांधकर स्कूल पहुंचे शिक्षक. बक्सर: बिहार में शिक्षा विभाग द्वारा रक्षाबंधन की छुट्टी रद्द कर देने के बाद शिक्षकों में आक्रोश है. गुरुवार को शिक्षक काली पट्टी बांधकर स्कूल पहुंचे थे. हालांकि, अधिकांश विद्यालयों में एक भी छात्र- छात्रा नहीं पहुंचे थे. शिक्षकों ने कहा कि जुल्म के हर इंतहा को पार कर गया है विभाग. शिक्षकों ने छुट्टी रद्द करने पर कटाक्ष करते हुए एक फोटो जारी किया जो वायरल हो रहा है.
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कुत्ते की तस्वीर के साथ जताया विरोधः बक्सर के एक शिक्षक ने एक तस्वीर साझा की है. फोटो में दिख रहा है कि स्कूल कैंपस में एक आवारा कुत्ता बैठा है. वह स्कूल की दीवार पर लिखे एबीसीडी को गौर से देख रहा है. जो चर्चा का बिषय बना हुआ है. शिक्षक यह जताना चाह रहे हैं कि बच्चे नहीं आने के कारण वे लोग कुत्ते को पढ़ा रहे हैं. लोग इस तस्वीर को शेयर कर तरह तरह के कॉमेंट कर रहे हैं. यह तस्वीर जिले के किस विद्यालय की है, इसकी जानकारी नहीं हो पाई है.
काली पट्टी बांधकर स्कूल पहुंचे शिक्षक. शिक्षकों ने कहाः नाराज शिक्षकों ने बताया कि जुल्म के हर इंतहा को विभाग पार कर गया है. स्कूल को बर्बाद करने में शिक्षकों का नहीं सरकार का हाथ है. पढ़ाई की जगह जनगणना, इलेक्शन, राशन कार्ड, वोटर आईडी, पोलिंग बूथ, जातीय गणना, धान खरीद, बोरा बिक्री, कबाड़ बिक्री कराइयेगा तो शिक्षक स्कूल में क्या पढ़ाएंगे. बच्चे सरकारी विद्यालय में क्यों आएंगे, जब पढ़ाने ही नहीं दीजिएगा.
जाति विशेष को खुश करने का आरोपः सरकार के फैसले को लेकर स्थानीय सांसद सह केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने प्रेस रिलीज कर बिहार सरकार पर गंभीर आरोप लगाये हैं. कहा कि, चाचा-भतीजे की सरकार आगामी चुनाव को देखते हुए एक जाति विशेष को खुश करने के लिए हिंदू धर्म की आस्था पर चोट कर रहे हैं. लेकिन, उनका यह मंसूबा कामयाब नहीं होगा.