बक्सर:बिहार के बक्सर में किसानों का प्रदर्शन (Farmers Protest In Buxar) थमने का नाम नहीं ले रहा है. बक्सर कोचस स्टेट हाईवे जाम (Buxar Coaches State Highway Jam) कर बैठे किसानों को बीती रात करीब 1 बजे बल पूर्वक हटा दिया गया था. दोपहर से सड़क को जाम कर बैठे किसानों ने अपना भोजन भी सड़क पर ही बना कर खाया. किसानों का आरोप है किं रात में जब किसानों की संख्या कम हुई तो भारी संख्या में पुलिस हाथ में डंडा लिए पहुंची और किसानों को मारते-पीटते थाना ले गई. साथ ही सड़क किनारे लगे टेंट को भी गिरा दिया.
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बक्सर में किसानों का प्रदर्शन :गौरतलब है किबुधवार यानी 30 नवंबर की दोपहर 2 बजे से ही आक्रोशित किसानों ने बक्सर -कोचस स्टेट हाईवे को जाम कर दिया था. जिससे सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी. रात में किसानों ने सड़क पर ही लिट्टी चोखा बनाया और खाया. सड़क जाम किसानों की सिर्फ मांग यही थी कि प्रशासन जिन किसान भाइयों को धोखे से कठघराव बुलाकर गिरफ्तार किया है और एसजेवीएन की वाहन से बक्सर थाना में भेजवाई है, उसे तत्काल छोड़ा जाए. हालांकि पुलिस या जिला प्रशासन न किसान को ही छोड़ी और ना ही किसानों से बात करने पहुंची. पुलिस रात में अचानक पहुंची और सड़क जाम किये किसानों को बलपूर्वक उठाकर थाना लेकर चली गई.
'पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे किसानों से बात की गई, उनकी सभी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए विधि सम्मत कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन फिर भी बक्सर सासाराम मुख्य मार्ग को जाम कर दिया गया है. ऐसे में जहां आम लोगों को आवागमन में परेशानी हुई है. वहीं, किसानों के द्वारा सरकारी कार्य में बाधा भी डाली गई है. जिसके कारण उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जा रही है.'- अमन समीर, जिलाधिकारी, बक्सर