बक्सर:कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन लागू है. इस बीच आने वाले बाढ़ के खतरे को देखते हुए बक्सर जिला प्रशासन मुस्तैद नजर आ रहा है. अधिकारी पहले से ही तैयारियों में जुट गए हैं. बक्सर कोईलवर तटबंध की मरम्मत कराने के साथ-साथ सभी जरूरत की सामग्री इकट्ठा की जा रही है. बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों के साथ बक्सर अनुमण्डल पदाधिकारी केके उपाध्याय और डुमराव अनुमण्डल पदाधिकारी भी लगातार तैयारियों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
बाढ़ के खतरे को लेकर पहले से अलर्ट हुआ जिला प्रशासन, लॉकडाउन के बीच तैयारियां तेज - बाढ़ की पूर्व तैयारी में जिला प्रशासन
बाढ़ को लेकर प्रशासनिक तैयारियां अभी से शुरू कर दी गई हैं. लॉकडाउन के बीच ही जिलाधिकारी दिशा-निर्देंश देते नजर आ रहे हैं.
इन प्रखंडों में आती है आफत
हर साल बाढ़ के कारण जिले के पांच प्रखंडों में काफी तबाही आती है. चौसा, बक्सर, सिमरी, चक्की और ब्रह्मपुर प्रखंड के ठोरा में गंगा नदी में ऊफान के कारण काफी नुकसान होता है. खासकर दियरा अंचल के इलाकों में हजारों एकड़ में लगी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो जाती है. आलम ये हो जाता है कि लोग बक्सर कोइलवर तटबंध पर अपने मवेशियों के साथ शरण लेने को मजबूर हो जाते हैं.
जिलाधिकारी लेंगे जायजा
बाढ़ को लेकर अभी से चल रही तैयारियों पर जिला अधिकारी अमन समीर ने कहा कि बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों के साथ दोनों अनुमंडल के पदाधिकारी युद्ध स्तर पर लगे हुए हैं. वे खुद बक्सर पुलिस कप्तान के साथ जाकर बक्सर कोइलवर तटबंध का निरीक्षण करेंगे. कई जगह से तटबंध मरम्मती में अनियमितता की बात सामने आ रही है. जांच के उपरांत गलती करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. जिला में बोट की मरम्मती कराने के साथ ही जरूरत के सामानों की खरीदारी के लिए जल्द निविदा निकाली जाएगी.