बक्सरः पानी की किल्लत ने बक्सर वासियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. भीषण गर्मी में यहां पानी के लिए त्राहिमाम मचा हुआ है. समस्या को दूर करने के लिए विभागीय कवायद तेज हो गई है.
दूर-दराज से लोग लाते हैं पानी
रोजाना बढ़ रही सूर्य की तपिश ने बिहार के एक दर्जन से अधिक जिलों में अकाल जैसे हालात हो गए हैं. जिसमें बक्सर भी शामिल है. भीषण गर्मी और मौसम की बेरुखी के कारण लगातार जमीन के अंदर का जलस्तर घटता जा रहा है. जिस कारण अब चापाकल से पानी भी निकलना बंद हो गया है. हालत ये है कि लोग दूर-दराज से पीने के लिए पानी की व्यवस्था करने में लगे हैं.
सूखे पड़े हैंडपंप और बयान देते लोग PHED ने किया टीम का गठन
इस जल संकट से निपटने के लिए जिलाधिकारी राघवेन्द्र कुमार सिंह के निर्देश पर पीएचईडी विभाग ने 5 सदस्यीय 5 टीम का गठन किया है. जो जिले में बंद पड़े सभी चापाकलों को दुरूस्त करके लोगों को पानी उपलब्ध कराएगा. वहीं, पानी की किल्लत से जूझ रहे लोगों ने बताया कि अब चापाकल से पानी निकलना भी बंद हो गया है. अभी तक कोई भी अधिकारी सुध लेने नहीं आया है. किसी तरह से हम लोग पीने की पानी की व्यवस्था करने में लगे हैं.
जूनियर इंजीनियर ने क्या कहा ?
इस समस्या को लेकर पीएचईडी विभाग के जूनियर इंजीनियर सुरेश मिश्रा ने बताया कि विभाग को अब तक 10 शिकायत मिली है. जहां विभाग की टीम ने पहुंचकर समस्या को दूर किया है. सुरेश मिश्रा ने ये भी बताया कि विभाग के पास पहले से 2 पानी के टैंकर उपलब्ध हैं. जबकि 5 टैंकर उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा गया है. हालात अभी नियंत्रण में है.