बक्सर:सीएए, एनआरसी और एनपीआर के बीच राष्ट्रीय जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर सुगबुगाहट होने लगी है. इसको लेकर भी देश में बवाल मचने की संभावना है. सत्ता पक्ष के नेताओं की ओर से राष्ट्रीय जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर दिए बयान पर पर विपक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
राष्ट्रीय जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर विपक्ष की तीखी प्रतिक्रिया, जाति आधारित जनगणना की मांग
राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा के जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर दिए गए बयान पर विपक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दिया है. विपक्ष ने कहा है कि हम इस कानून का भी विरोध करेंगे. सरकार को पहले जाती आधारित जनगणना करवानी चाहिए.
बता दें कि जिले में कुछ दिन पहले एक व्याख्यान माला में भाग लेने आए बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा था कि राष्ट्रीय जनसंख्या नियंत्रण कानून देश की आवश्यकता और प्राथमिकता दोनों है. बेतहाशा बढ़ती जनसंख्या के कारण कोई भी विकास प्रभावहीन हो जाता है.
विपक्ष करेगा विरोध
राज्यसभा सांसद के इसी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के विधायक संजय कुमार तिवारी ने कहा कि हम इस कानून का विरोध करेंगे. क्योंकि ये कानून देश के लिए घातक है. सरकार पहले जाति आधारित जनगणना करवाएं. जाति आधारित जनगणना की आवश्यकता है. इसके बाद प्रत्येक जाति की संख्या के उनके अनुरूप नीति बनाया जाए. साथ ही इस मुद्दे को लेकर आरजेडी के पूर्व जिलाध्यक्ष भरत यादव ने कहा कि हमारे नेता तेजस्वी यादव बहुत पहले से जाति आधारित जनगणना की मांग करते रहें हैं. लेकिन बीजेपी और जेडीयू की सरकार पता नहीं क्यों हमेशा इससे भागती रही है.