बक्सर: 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखें नजदीक आ रही है. सभी राजनीतिक दल चुनावी तैयारी में जुटे हैं. विपक्षी दलों की निगाहें प्रवासी श्रमिकों पर तो नीतीश सरकार की निगाहें आधी आबादी पर टिकी हुई है. नीतीश शासनकाल में महिलाओं के विकास के लिए कई कार्यक्रम चलाए गए. पंचायत से लेकर सरकारी नौकरी में भी आरक्षण का प्रावधान किया गया. इन्हीं मुद्दो को लेकर बीजेपी की महिला नेत्रियां स्थानीय महिला मतदाताओं को गोलबंद करने में जुटी हैं.
'आधी आबादी' के सहारे बिहार विधानसभा चुनाव 2020 का महासमर पार कर पाएगा NDA - बिहार विधानसभा चुनाव 2020
महिला मतदाताओं ने कहा कि आधी आबादी नीतीश सरकार के साथ है. लेकिन सीएम नीतीश कुमार भी आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में महिलाओं को उनके अधिकार से वंचित ना करें. अब हम महिलाएं भी उनकी तरह बिहार के विकास की बागडोर संभालना चाहती है.
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महिलाओं के विकास के लिए सरकार ने किए काम
बीजेपी महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष शीला त्रिवेदी ने महिला मतदाताओं के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने 2005 से लेकर अब तक आधी आबादी के विकास के लिए कई काम किए हैं. हमारी सरकार का फोकस भी महिलाओं पर है. अब तक हर बार महिलाओं ने एनडीए के पक्ष में खुलकर मतदान किया है. सुशासन की सरकार में महिलाओं के विकास के काम निरंतर किए जा रहे हैं.
'नीतीश सरकार के साथ आधी आबादी'
वहीं कार्यक्रम में पहुंची महिला मतदाताओं ने कहा कि आधी आबादी नीतीश सरकार के साथ है. लेकिन सीएम नीतीश कुमार भी आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में हम महिलाओं को उनके अधिकार से वंचित ना करें. अब हम महिलाएं भी उनकी तरह बिहार के विकास की बागडोर संभालना चाहती है.