बक्सरः बिहार के बक्सर में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है. बक्सर में एक कुख्यात अपराधी गिरफ्तार किया (Criminal Arrested in Buxar) गया है. बिहार और उत्तर प्रदेश के कई थानों में दर्ज कई संगीन मामलों के वांटेड को मुन्ना राजभर को उसके एक सहयोगी के साथ गिरफ्तार किया है. मुन्ना राजभर के गिरफ्तारी की जानकारी बक्सर के एसपी नीरज कुमार में अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दी. उन्होंने बताया कि मुन्ना राजभर कई स्थानीय नेता और ईंट भट्ठा व्यवसायी से पैसा लेता था. राजपुर प्रखंड के लक्ष्मणपुर डेरा गांव के पास से मुन्ना को गिरफ्तार किया गया.
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पुलिस को मिली बड़ी सफलताःएसपी ने बताया कि इसका भय इतना था कि कोई शिकायत तक दर्ज नहीं कराता था. रोहतास जिले के तराई में रहते हुए नक्सलियों से भी इसका संबंध हो गया था. एसपी ने आगे बताया कि इसी क्रम में गुप्त सूचना मिली कि राजपुर थाना क्षेत्र का एक कुख्यात अपने साथी के साथ किसी घटना को अंजाम देने लक्ष्मणपुर डेरा गांव आने वाला है. इसी सूचना के आधार पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी गोरख राम के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. टीम में शामिल सदस्यों और थाना के पुलिस पदाधिकारी तथा सशस्त्र बल सूचना के सत्यापन और आवश्यक कार्रवाई के लिए काली मंदिर के पास पहुंचे और आने-जाने वाले वाहनों पर नजर रखते हुए चेकिंग शुरू की गई. वाहन चेकिंग के दौरान कुछ समय बाद राजपुर प्रखण्ड कार्यालय की ओर से एक मोटरसाइकिल जब पुलिस पार्टी के नजदीक आई तो पुलिसकर्मियों के सहयोग से उसे अपने घेरा में से लिया गया. मोटरसाइकिल पर सवार दोनों व्यक्ति को पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई.
एक सहयोगी के साथ बाइक पर गिरफ्तार हुआ मुन्नाः बाइक की ड्राइविंग सीट पर बैठा व्यक्ति अपना नाम अजय कुमार पाण्डेय, पिता देवकुमार पाण्डेय, गांव घरारी थाना राजपुर, जिला-बक्सर बताया और मोटरसाइकिल पर पीछे बैठे व्यक्ति ने अपना नाम मायाशंकर राम पिता रामचन्द्र राम, पता -3/4ए ब्लॉक नया अशोक नगर दिल्ली बताया. परन्तु गहरी तफ्तीश के बाद पता चला कि पीछे बैठा व्यक्ति मुन्ना राजभर पिता स्व. खरपतु राजभर, गांव इटवा थाना- राजपुर जिला-बक्सर का रहने वाला कुख्यात इनामी है. इसके खिलाफ बिहार ही नहीं उत्तर प्रदेश के भी कई थानों में दर्जनों संगीन मामले दर्ज हैं. मुन्ना राजभर वर्षों पहले पुलिस मुठभेड़ में अपने आधा दर्जन साथियों के साथ मारे गए सुरेश राजभर का भाई है. सुरेश के मारे जाने के बाद मुन्ना को ही उसका उत्तराधिकारी माना जा रहा था.
अपराधियों के पास से कट्टा और कारतूस बरामदः गिरफ्तार अजय कुमार पाण्डेय के पास से एक 315 बोर का लोडेड देसी कट्टा पांच कारतूस और एक मोबाइल बरामद हुआ. पकड़ाये गए मुन्ना राजभर के पास से एक लोडेड देसी कट्टा, सात जिन्दा कारतूस, एक आधार कार्ड, पैन कार्ड, निर्वाचन आईकार्ड और एटीएम कार्ड बरामद हुआ है. एसपी ने बताया कि सभी बरामद कार्ड बदले नाम से बनाये हुए हैं. बरामद सभी सामानों के संबंध में मुन्ना राजभर से पूछने पर कहा कि अपनी पहचान छुपाने के लिए अपने भाई सुरेश राजभर के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद सभी कार्ड बदले नाम से बनवाया था. साथ ही पूछताछ के क्रम में यह भी बताया कि बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश में भी कई हत्या जैसी घटना को अंजाम दिया है तथा सभी कांडों में फरार है. पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार सिंह ने कहा कि टीम में गोरख राम अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बक्सर,राजपुर थानाध्यक्ष यूसुफ अंसारी ,राजेश मालाकार डीआईयू प्रभारी, निरंजीत कुमार डीआई कृष्ण सिंह राजपुर थाना, मकर गुप्ता राजपुर थाना ईयू बक्सर के रेड टीम एवं राजपुर थाना के सशस्त्र बल शामिल थे.
"बिहार और उत्तर प्रदेश के कई थानों में दर्ज कई संगीन मामलों के वांटेड मुन्ना राजभर को उसके एक सहयोगी के साथ गिरफ्तार किया गया है. यह एक बड़ी सफलता है. अपराधियों के पास से हथियार और गोली भी बरामद हुआ है. साथ ही मुन्ना ने बदलो हुए नाम से कुछ कार्ड बनाए थे, उसे भी जब्त कर लिया गया है. कई स्थानीय नेता और ईंट भट्ठा व्यवसायी से पैसा लेता था. फिर भी उसके खिलाफ लोग शिकायत नहीं करते थे. गुप्त सूचना के आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया है"- नीरज कुमार सिंह एसपी बक्सर
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