बक्सर:डुमराव विधानसभा क्षेत्र से भाकपा माले विधायक अजीत कुमार सिंह (MLA ajit kumar singh attack on ministers of bjp) ने भारतीय जनता पार्टी के कोटे के मंत्रियों पर गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा कि मंत्रियों के निजी कार्यक्रम में जिला प्रशासन के अधिकारी सरकारी पैसे खर्च कर रहे हैं. सरकारी पैसों से मंत्रियों की गाड़ियों में पेट्रोल-डीजल डलवाए जाते हैं. इतना ही नहीं रहने से लेकर खाने पीने के लिए भी सरकारी खजाना खाली किया जा रहा है.
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डुमराव विधानसभा क्षेत्र से भाकपा माले विधायक अजीत कुमार सिंह पिछले 2 महीनों से जिले के सभी छोटे बड़े सरकारी अस्पतालों का दौरा कर उनका जायजा ले रहे हैं. कहीं कागजों पर ही अस्पताल चल रहा है और उसमें एमबीबीएस डॉक्टर ड्यूटी कर रहे हैं. तो कहीं उप स्वास्थ्य केंद्र को भैंस का तबेला बना दिया गया है. सरकारी अस्पतालों की दुर्दशा पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि, जिस बीमार अस्पतालों का इलाज कराने के नाम पर कोरोना काल में विधायकों के फंड से दो करोड़ की राशि की कटौती की गई. वह पैसा कहां गया.
उन्होंने कहा कि, पैसों का दुरूपयोग किया जा रहा है. आखिर गरीबों पर कितना पैसा खर्चा हो रहा है, उसे ही खोजने के लिए अस्पतालों का निरीक्षण कर रहा हूं . लेकिन मेरे विधानसभा क्षेत्र के किसी भी अस्पताल में उन पैसों से एक भी उपकरण खरीदकर नहीं दिया गया है. सरकारी खजाने पर हाकिम और हुकूमत करने वाले लोग केवल एश कर रहे हैं और गरीब 2 जून की रोटी के लिए तरस रहा है.
वही उन्होंने कहा कि, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के द्वारा जहां लगातार यह दावा किया जा रहा है, कि कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए हमारे पास पर्याप्त संसाधन है. हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. लेकिन जमीन पर उसकी कोई तैयारी नहीं है. कोरोना अपना विकराल रूप धारण कर ले तो, सरकारी अस्पतालों के पास हाथ खड़ा करने के सिवा दूसरा कोई उपाय नहीं है. जब अस्पतालों में डॉक्टर ,टेक्निशियन एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की बहाली ही नहीं होगी, तो मरीजों का इलाज कौन करेगा.
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