बक्सर:डुमरांव विधानसभा क्षेत्र से भाकपा माले विधायक अजित कुमार सिंह (MLA Ajit Kumar Singh Allegation) ने जिला प्रशासन और नगर परिषद के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया है. भाकपा विधायक ने ईटीवी भारत बिहार (ETV Bharat Bihar) की टीम से बातचीत के दौरान कहा कि, विकास के इस दौर में भी बक्सर इतना पीछे क्यों है. इस बात को सबको समझने की जरूरत है. शहर में कूड़े का ढेर (Garbage Spread In Buxar) लगा है और अधिकारी सरकार को झूठी रिपोर्ट भेजकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते हैं.
यह भी पढ़ें- आरा शहर के प्रवेश द्वार पर ही फेंका जा रहा कचड़ा, निगम ने बाइपास को बना दिया डंपिंग यार्ड
भाकपा माले ने कहा कि, पिछले विधानसभा सत्र के दौरान मैंने लिखित रूप से सदन में इस समस्या को उठाया था. शहर की नारकीय स्थिति से सभा को अवगत कराया था. लेकिन यहां के अधिकारियों ने सरकार को झूठी रिपोर्ट भेजकर सब कुछ बेहतर होने का दावा कर दिया, ऐसे में समस्या कैसे दूर होगी?
यह भी पढ़ें -Buxar News: कचरे के ढेर में तब्दील हुआ उस्ताद बिस्मिल्लाह खां का शहर डुमरांव
अजित कुमार सिंह ने कहा कि, मेरे पास सरकार का लिखित जवाब है. जिसमें कहा गया है कि, शहर में कहीं भी गंदगी नहीं है. मैं सदन में इस बात की मांग करता रहा हूं कि आधकारी कितना सच बोल रहे हैं, इसकी जांच करायी जाए. जांच से यह स्पष्ट हो जाएगा कि रिपोर्ट कितना सही है.
MLA अजित कुमार सिंह का अधिकारियों पर आरोप "जब तक अधिकारी जमीनी हकीकत से सरकार को अवगत नही कराएंगे, तब तक क्षेत्र का विकास कैसे संभव होगा? शहर के सेंट्रल नाला की क्या हालत है, सरकार इसकी जांच कराए. जिले के बक्सर और डुमरांव नगरपरिषद में कहीं भी अधिकारी जमीन तक उपलब्ध नहीं करा पाए.जमीन नहीं होने के कारण कचरे को डंप करने की समस्या बनी रहती है."- अजित कुमार सिंह, भाकपा विधायक
यह भी पढ़ें-GAYA NEWS: कचरे से तैयार होंगे उर्वरक और रस्सी, 28 करोड़ की लागत से आधुनिक प्लांट का निर्माण
विधायक का कहना है कि, डुमरांव शहर शुरू से ही आर्थिक रूप से समृद्ध रहा है.राज परिवार ने इस अनुमंडल को कई सौगतें दी हैं. अस्पताल, शिक्षा, खेल के मैदान से लेकर मंदिर तक सब राज परिवार की ही देन है. आजादी के बाद से अब तक कि, सरकार उस विरासत को भी संभालकर रखने में नाकाम हो रही है.
यह भी पढ़ें - पटना में कूड़ा डंपिंग यार्ड की कमी, समय से कचरा उठाव नहीं होने से शहर हो रहा गंदा
अजीत सिंह ने कहा कि, शहनाई के जादूगर के नाम से विख्यात उस्ताद बिस्मिल्लाह खां का जन्म इसी शहर में हुआ था. लेकिन उनके सम्मान में एक संग्रहालय तक भी सरकार नहीं बनवा पाई. जनप्रतिनिधियों के द्वारा कई घोषणाएं की गई थी, लेकिन जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग है. आलम यह है कि, शहनाई के जादूगर आज अपने ही शहर में गुम हो गए हैं, उनकी पुश्तैनी जमीन पर भी आसपास के लोगों ने कब्जा करना शुरू कर दिया है.
वहीं विधायक ने कहा कि, खेल को बढ़ावा देने के लिए सरकार के द्वारा खेलो इंडिया के तहत खेल नीति बनाई गई. खेल मंत्रालय के द्वारा सभी अनुमंडल में एक खेल स्टेडियम बनाने की घोषणा की गई थी, लेकिन अब तक वह घोषणा ही है. क्षेत्र की बेटियां 40 किलोमीटर दूर बक्सर में अभ्यास करने के लिए प्रतिदिन जाती हैं, क्योंकि इस अनुमंडल का इकलौता खेल मैदान झील बना हुआ है.
पहली बार डुमरांव विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने अजित कुमार सिंह का कहना है कि प्रत्येक सप्ताह वो अपने विधानसभा क्षेत्र के एक गांव में जाकर उस गांव के सभी लोगों की समस्याओं को सुनते हैं. साथ ही उसके निराकरण के लिए उसी समय अधिकारियों से बात करते हैं. डुमरांव अनुमंडल में कई ऐसे सरकारी विद्यालय हैं, जो 2 कमरे में संचालित होते हैं. 300 बच्चों के साथ मध्याह्न भोजन और कार्यालय का काम भी उसी 2 कमरे में होता है. उसके बाद भी अधिकारी आल इज वेल की रिपोर्ट सरकार को भेजकर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं.
ऐसी ही विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करेंETV BHARAT APP