बक्सर:प्रदेश के श्रम संसाधन मंत्री विजय सिन्हा सरकारी योजनाओं की समीक्षा करने के लिए बक्सर पहुंचे थे. समस्या गिनवाने पर उन्होंने इंटक जिलाध्यक्ष को समाहरणालय से बाहर निकलवा दिया. दरअसल, मंत्री ने समाहरणालय सभागार में सरकार की ओर से जिले में मजदूरों के लिए चलाई जाने वाली योजनाओं के बारे में पूछने के लिए अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.
जिलाध्यक्ष और मंत्री के बयान बैठक के दौरान श्रम संसाधन मंत्री अधिकारियों के जवाब से असंतुष्ट हुए. विभाग की फजीहत होती देख वह आग-बबूला हो उठे. जिसके बाद उन्होंने इंटक जिलाध्यक्ष कृष्ण बिहारी चौबे को बाहर निकलवा दिया. इसके अलावा उन्होंने अपनी पार्टी के नेताओं समेत कई सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी सभागार से बाहर जाने का निर्देश दे दिया.
सच्चाई बताई तो मंत्री को मिर्ची लग गई- इंटक जिलाध्यक्ष
सभागार से बाहर निकलकर इंटक जिलाध्यक्ष कृष्ण बिहारी चौबे ने कहा कि जब हमने मंत्रीजी को सच्चाई बताई तो उन्हें मिर्ची लग गई. बिना कुछ सोचे-समझे उन्होंने सभागार से बाहर निकलने का फरमान जारी कर दिया. जिलाध्यक्ष ने कहा कि विभाग ने ही उन्हें वहां बैठक के लिए आमंत्रण दिया था. वह अपनी मर्जी से नहीं आए हैं.
अफसरों को किया मीटिंग से बाहर सफाई में बोले मंत्रीजी- बाहर नहीं निकाला, इंतजार करने को कहा
वहीं, इस मामले को तूल पकड़ता देखकर मंत्री विजय सिन्हा बैठक से बाहर निकले और मीडिया को सफाई दी. उन्होंने कहा कि जब भी बक्सर आता हूं तो सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ अतिथि गृह में बैठक करता हूं. वहां उनसे योजनाओं की हकीकत को जानने का प्रयास करता हूं. हमने जिलाध्यक्ष ने कहा है कि जो भी समस्या है उसे अलग से कागज पर लिखकर दें. हम उसकी अलग से चर्चा करेंगे. हमने उन्हें इंतजार करने के लिए कहा, ना कि बाहर निकाला. मौके पर मंत्री विजय सिन्हा ने अधिकारियों को जमीन पर उतरकर काम करने का निर्देश भी दिया.