बक्सर:देश में होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 में भले ही 8 महीने की देरी है लेकिन बिहार में जातियों के बीच अपनी पैठ बनाने के लिए क्षेत्रीय दल अभी से ही जातियों का राग अलापना शुरू कर दिया है. बिहार में जिस गंगा-जमुनी तहजीब की बातें हमारे समाजवादी और वामदल कहते आये हैं, वह भी जातीय जकड़न से मुक्त नहीं हो पाया है.
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तीन दशक से दो लोगों के हाथों में सत्ता:जातीय जनगणना के बाद वैज्ञानिक तरीके से समाज में पिछड़े हुए लोगों को आरक्षण देकर उनके विकास करने की बात आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव कर रहे हैं. पिछले तीन दशक से उस बिहार पर उन्हीं लालू-राबड़ी और नीतीश कुमार अब तक राज करते आये हैं. जब 33 सालों में उनके लिए कुछ नहीं कर पाए तो पांच महीने बाद होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले क्या कर लेंगे, इसको लेकर सवाल है.
2024 की लड़ाई को धार देने की कोशिश में जदयू:2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ अपनी लड़ाई को धार देने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जदयू पोल खोल अभियान चलाएगी. एक सितंबर से जेडीयू बीजेपी के खिलाफ 'पोल खोल' अभियान शुरू करेगी. इसके साथ ही पार्टी 1 से 5 सितंबर तक सभी जिला मुख्यालयों में मशाल जुलूस और 7 से 12 सितंबर तक कैंडल मार्च का आयोजन करेगी. पार्टी 15 से 20 सितंबर तक घरों पर काले झंडे लगाकर बीजेपी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी.
ओबीसी वोट बैंक पर सभी की निगाहें:वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, बिहार की जनसंख्या 10.38 करोड़ थी. इसमें 82.69% हिंदू और 16.87% आबादी मुस्लिम समुदाय की है. वहीं, हिंदू जनसंख्या में 17% सवर्ण, 51% ओबीसी, 15.7% अनुसूचित जाति और करीब 1 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति है. एक आकलन के अनुसार, बिहार में 14.4% यादव समुदाय, कुशवाहा यानी कोइरी 6.4%, कुर्मी 4% हैं. सवर्णों में भूमिहार 4.7%, ब्राह्मण 5.7%, राजपूत 5.2% और कायस्थ 1.5% हैं.
इंडिया गठबंधन के नेता बुन रहे जीत का सेहरा:2024 के लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन की जीत के लिए महागठबंधन के नेता सेहरा बुनना शुरू कर दिया है. डुमरांव विधानसभा क्षेत्र से भाकपा माले विधायक अजित कुमार सिंह ने बताया कि बीजेपी के पास जितना वोट प्रतिशत है, उससे अधिक देश के तमाम विपक्षी पार्टियों का वोट प्रतिशत जोड़ दिया जाए तो हो जाएगा और हम आसानी से बीजेपी को चुनाव हरा देंगे. चुनाव जीतने के बाद संख्या बल के आधार पर हम सदन में अपना नेता भी चुन लेंगे.