बक्सर: डुमराव जदयू विधायक ददन पहलवान पिछले 1 सप्ताह से सुर्खियों में बने हुए हैं. दरअसल, कुछ मीडिया कर्मियों ने एडीएम चंद्रशेखर झा के हवाले से यह खबर लिखी थी कि जदयू विधायक की संपत्ति खरीद-बिक्री पर रोक लगाने के लिए ईडी ने जिला प्रशासन को पत्र भेजा गया है. उसके कुछ दिन बाद उस पत्र को सार्वजनिक भी कर दिया गया. यह खबर मीडिया में प्रकाशित होने के बाद बक्सर की सियासी पारा सातवें आसमान पर है.
मीडिया में चल रही इस खबर का जिलाधिकारी अमन समीर और एडीएम चन्द्रशेखर झा ने खंडन कर दिया है. उन्होंने कहा कि ईडी की ओर से किसी तरह का पत्र जिला प्रशासन को प्राप्त नहीं हुआ है. उसके बाद अब जदयू विधायक ईडी का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहे हैं.
विधायक ने किया चर्चाओं को खारिज
मीडिया में चल रही इस खबर पर जदयू विधायक ददन पहलवान ने कहा कि उन्हें किसी तरह का ईडी का नोटिस नहीं मिला है. ना ही मेरे बैंक अकाउंट को क्लोज किया गया है. उन्होंने कहा कि मेरे राजनीतिक प्रभाव से घबराकर कुछ विरोधी पार्टी के नेता और कुछ पत्रकार मुझे परेशान करने के लिए इस तरह का षड्यंत्र रच रहे हैं. जब जिला प्रशासन के पास पत्र आया ही नहीं तो फिर कुछ मीडिया कर्मी क्यों अफवाह फैला रहे हैं?
'ईडी कार्यालय में करूंगा शिकायत'
जदयू विधायक ददन पहलवान ने कहा कि ईडी गोपनीय तरीके से अपनी कार्रवाई करती है. उसके बाद भी 6 वर्ष पुराना यह पत्र कैसे सार्वजनिक हो गया. इस मामले की शिकायत ईडी कार्यालय में उपस्थित होकर करूंगा. बक्सर की जनता ने इतना मुझे प्रेम और सम्मान दिया है कि मुझे गैर कानूनी तरीके से कमाई करने की जरूरत ही नहीं पड़ती. उसके बाद भी वर्ष 2014 में जब ईडी के द्वारा मुझे समन भेजा गया, तो मैं और मेरा पूरा परिवार कार्यालय में उपस्थित होकर साक्ष्य के साथ सारे सवाल का जवाब दिया था. उसके बाद से अब तक किसी तरह की नोटिस नहीं आया है.