बक्सर:जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से ललन सिंह को हटाये जाने के बाद से ही जदयू के बड़े नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं का जोश हाई है. नये साल के पहले ही दिन जदयू जिलाध्यक्ष अशोक यादव ने लिट्टी चोखा के भोज का आयोजन किया. इस सियासी लिट्टी चोखा के भोज में भाजपा समेत तमाम सहयोगी दलों के नेताओं ने पहुंचकर लिट्टी चोखा का आनन्द लिया.
बक्सर में जदयू का लिट्टी चोखा भोज: नए साल के पहले ही दिन जदयू जिलाध्यक्ष अशोक यादव के द्वारा आयोजित लिट्टी चोखा का यह मैत्री भोज मैत्री कम सियासी अधिक दिखा. भोज के बहाने जदयू के नेताओं ने दो टूक में इंडिया गठबंधन के तमाम नेताओं को बता दिया कि केवल नीतीश कुमार ही एनडीए को रोकने का दम रखते हैं. यही कारण है कि जदयू के नेता इंडिया गठबंधन के सहयोगियों को लगातार यह बताने की कोशिश करने में लगे हुए है कि नीतीश के बिना इंडिया गठबंधन का बेड़ा गर्क हो जाएगा.
नीतीश ही दे सकते हैं मोदी को चुनौती: जदयू के नेताओं ने इंडिया गठबंधन के तमाम सहयोगियों का साफ शब्दों में बता दिया कि बिना बिहार मॉडल के गुजरात मॉडल को हराना संभव नहीं है. नीतीश कुमार ही दे सकते है नरेंद्र मोदी को चुनौती नहीं तो 2024 में भी गठबंधन कोई काम नहीं करेगा. बता दें कि हाल ही में दिल्ली में हुए इंडिया गठबंधन के नेताओं की बैठक में आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल, बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत कई नेताओं ने मल्लिकार्जुन खड़गे को इंडिया गठबंधन की कमान देने का अनुशंसा कर, जदयू नेताओं की उम्मीद पर पानी फेर दिया है.
"नीतीश कुमार के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के पीछे कई वजह है. राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद वह देश के राजनीति में पूरी तरह से सक्रिय होकर भाग ले सकते हैं. जबकि एक मुख्यमंत्री के तौर पर यह उनके लिए संभव नहीं था. जिस तरह से गुजरात मॉडल को लागू कर नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में परचम लहराया है. उस गुजरात मॉडल को रोकने की ताकत पूरे देश में केवल नीतीश कुमार के पास है. बिहार मॉडल के बिना गुजरात मॉडल के आंधी को रोक पाना अन्य किसी नेता के बस की बात नहीं है. "-अशोक यादव, जदयू जिलाध्यक्ष