बक्सर: भीषण गर्मी के बीच आखिरकार जिलेवासियों ने राहत की सांस ली है. रिमझिम हुई बारिश ने लोगों को जून की तपिश और लू से निजात दी है. आज हुई बारिश से किसानों के चेहरे भी खिल गए हैं. सभी का कहना है अगर अच्छी बारिश हुई तो खेती को फायदा पहुंचेगा.
इस बार की गर्मी ने बिहार में रिकॉर्ड तोड़ा है. पहली बार गर्मी की वजह से कई जिलों में धारा 144 लागू की गई. लू की चपेट में आकर सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवा दी. इस रिकॉर्ड तोड़ गर्मी से लोग त्राहिमाम हैं. वहीं आज झमामझम हुई बारिश ने लोगों को राहत दी है. जिले के लोगों का कहना है कि इसी तरह बारिश हुई तो मौसम सुहावना बना रहेगा.
खुशी से चमके किसानों के चेहरे
वहीं किसानों की बात करें तो उनके माथे से भी चिंता की लकीर हटकर खुशी की चमक दिखाई दी. किसानों ने बताया कि ये बारिश खेती लिए काफी फायदेमंद है. अगर इसी तरह मॉनसून आया तो खेती में काफी सहूलियत होगी. पटवन की समस्या दूर हो जाएगी. पेयजल का संकट भी खत्म हो जाएगा.
खरीफ फसलों के लिए जरूरी वर्षा
इस समय की वर्षा खरीफ फसलों के लिए आवश्यक होती हैं. अभी किसानों ने बिचड़ा डाला है. धान के लिए ज्यादा पानी की आवश्यकता होती. भीषण गर्मी से स्तर नीचे जाने से किसानों की समस्या और भी ज्यादा बढ़ गई है. उत्पन्न हुआ जलसंकट खेती के लिए ग्रहण साबित हो सकता था. फिलहाल हुई बारिश से किसानों ने चैन की सांस ली है और आगे भी अच्छी बारिश के लिए इंद्र भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं.
2018 के बाद पहली बारिश
बता दें कि जुलाई 2018 के बाद आज की यह बारिश पहली वर्षा है. पिछले कुछ सालों से पर्याप्त वर्षा नहीं होने के कारण कृषि कार्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है.