बक्सर:एक ओर जहां पूरे देश के डॉक्टर कोरोना महामारी से से सीधी जंग लड़ रहे हैं. वहीं, बक्सर के सदर अस्पताल में डॉक्टरों ने बिना इलाज के ही सड़क दुर्घटना में घायल युवक को पटना रेफर कर दिया. ऐसे में यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की क्या स्थिति है. ये हालात तब है जब केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे खुद उस जिले का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.
सड़क हादसे में घायल को बिना इलाज के कर दिया रेफर, भाई को ठेला पर लादकर पटना निकला युवक
बक्सर में सड़क हादसे में घायल युवक को सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने बिना इलाज के ही पटना रेफर कर दिया. घायल के भाई ने बताया की हादसे में भाई का पैर टूट गया था. लेकिन, अस्पातल में डॉक्टरों ने बताया कि यहां पर केवल कोरोना मरीजों का इलाज किया जाता है और पीएमसीएच रेफर कर दिया. रेफर करने के बाद एंबुलेंस भी नहीं दिया गया. जिस वजह से मैं अपने भाई को ठेला पर लादकर पटना लेकर जा रहा हूं.
'बिना उपचार के ही कर दिया रेफर'
दरअसल, मामला जिले के सदर प्रखंड के जासो पंचायत का है. यहां एक युवक सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था. मिल रही जानकारी के अनुसार जब स्थानीय लोगों ने 102 और 108 पर जब एंबुलेंस के लिए फोन किया तो अस्पताल प्रशासन ने कोरोना की दुहाई देते हुए जिले में एंबुलेंस नहीं चलने की बात कही. इसके बाद घायल के भाई मुकेश कुमार ने ठेला पर लादकर अपने भाई को 15 किलोमीटर दूर बक्सर सदर अस्पताल पहुंचाया. लेकिन, यहां पर डॉक्टरों ने उसे यह कह कर रेफर कर दिया कि यहां केवल कोरोना मरीजों की इलाज की जाती है. अस्पातल प्रबंधन ने पीड़ित को ना एंबुलेंस उपलब्ध कराया और ना ही किसी अन्य प्रकार की सहायता की. घायल युवक की भाई ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन ने उसे कहा कि उसे अपने संसाधन से पटना लेकर जाना होगा. जिसके बाद मुकेश अपने भाई को ठेला पर लादकर ही पीएमसीएच पटना के लिए निकल पड़ा.
'कोरोना वायरस के कारण बंद है एंबुलेंस'
इस मामले पर घायल युवक के भाई मुकेश कुमार ने बताया कि एक बाइक सवार ने मेरे भाई को धक्का मार दिया था. जिस वजह से उसका पैर टूट गया. जब हम लोगों ने एंबुलेंस के लिए सदर अस्पातल में फोन किया तो उधर से जवाब मिला की कोरोना वायरस के कारण जिले में एंबुलेंस सेवा बंद हैं. जिसके बाद पास मैं इलाज की आस में ठेला पर लादकर अपने भाई को सदर अस्पताल में पहुंचाया. लेकिन, यहां पर डॉक्टरों ने बिना इलाज किए ही रेफर कर दिया. डॉक्टरों ने कहा कि यहां पर कोरोना वायरस के अलावे किसी अन्य मरीजो की इलाज नहीं हो रही है और नाही एंबुलेंस दिया जा रहा है. जिस वजह से मैं अपने भाई को ठेला पर लादकर ही पीएमसीएच पटना लेकर जा रहा हूं.
मामले की जांच के आदेश- उपविकास आयुक्त
इस बाबत जब ईटीवी भारत संवाददाता ने उपविकास आयुक्त अरविंद कुमार सवाल पूछा तो उन्होंने बताया की इस तरह का मामला मेरे संज्ञान में नही आया है. इसको लेकर सदर अस्पताल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट से पूछताछ किया जाएगा. मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे. उनपर सख्त कार्रवाई की जाएगी.