बक्सर:जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखकर जिला प्रशासन व स्वस्थ्य विभाग दोनों चिंतित हैं. एक ओर जहां कोविड केयर वार्ड में भर्ती मरीजों की नियमित जांच की जा रही है, वहीं होम आइसोलेट मरीजों का फॉलोअप भी तेज कर दिया गया है. बीते दिनों ज्यादातर मरीजों को सांसों से सम्बंधित परेशानियों का सामना करना पड़ा. जिसको लेकर सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र नाथ ने होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को बनाए रखने के लिए सलाह दी है.
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सांस की परेशानी होने पर पेट के बल सोने की सलाह
होम आइसोलेशन या स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती मरीजों को ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने के लिए उन्हें पेट के बल सोने के लिए कहा जाता है. जिसे प्रोन पॉजिशिनिंग नाम से जाना जाता है. इसमें मरीजों को पेट के बल लिटाया जाता है. जिससे उनके ऑक्सीजन लेवल में तेजी से सुधार आता है. ऐसे सोने से फेफड़े अधिक तेजी से काम करते हैं. शरीर में ऑक्सीजन की कमी नहीं हो, इसके लिए शारीरिक रूप से एक्टिव होना बेहद जरूरी है. इसलिए इस दौरान शारीरिक श्रम के साथ पौष्टिक खानपान भी जरूरी है.
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मरीज अपना ऑक्सीजन लेवल करते रहें चेक
सांस लेने में तकलीफ होने से मरीज को अपने ऑक्सीजन लेवल पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. सांस लेने में तकलीफ होते ही अगर हो सके तो ऑक्सीमीटर के जरिेए अपना समय-समय पर अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करें. ताकि जरूरत पड़े तो मरीज को सही समय पर उपचार दिया जा सके.