बक्सर:बिहार के बक्सर में जियो मैपिंग सर्वे किया गया. दक्षिण भारत से आए विशेषज्ञों ने सभी धार्मिक जगहों का भ्रमणकिया. उसके बाद ड्रोन से मैपिंग की गई है. वहीं अब 3-डी डीपीआर तैयार किया जाएगा. इसके बाद जिले के प्रमुख स्थानों के कायाकल्प की प्रक्रिया शुरू होगी. इस पहल से स्थानीय लोग काफी उत्साहित दिखे.
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ड्रोन के माध्यम से जिओ मैपिंग सर्वे: हाल ही में पौराणिक मंदिरों को भव्य और दिव्य स्वरूप देने वाले विशेषज्ञों ने रामेश्वर नाथ मंदिर, वामनेश्वर मंदिर, लाइट एंड साउंड रामरेखा घाट, पंचकोशी सहित भगवान श्रीराम से जुड़े प्रमुख स्थलों का भ्रमण किया था. उनकी रिपोर्ट के बाद ड्रोन के माध्यम से जिओ मैपिंग सर्वे कराया गया है.
पर्यटन के मानचित्र पर बक्सर की तस्वीर:इसका मकसद बक्सर के सांस्कृतिक आध्यात्मिक धरोहर को पर्यटन के मानचित्र पर उभारना है. ड्रोन से मैपिंग टीम में ड्रॉइड सुरवायर प्राइवेट लिमिटेड नागपुर के गौरव ब्रम्हणकर, रौनक दातिर, अमित सिंह, मिथिलेश गजभिए, प्रतिल समृत, भरत भंडारी शामिल थ. टीम ने प्रमुख स्थलों की ड्रोन से मैपिंग की है. सेटेलाइट के माध्यम से भी तस्वीरों को प्राप्त किया है. 12 जुलाई को पुरातत्व से संबंधित दक्षिण भारत के विशेषज्ञों ने भी प्रमुख स्थलों का भ्रमण किया था.
अश्विनी चौबे की पहल पर जिओ मैपिंग सर्वे:याद दिलाएं कि नवंबर 2022 में स्थानीय बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे की कोशिश से बक्सर के अहीरौली में आयोजित सनातन संस्कृति समागम में बक्सर में विश्व की सबसे ऊंची भगवान श्रीराम की पराक्रमी प्रतिमा लगाने का संकल्प लिया गया था. इस कड़ी में यह कवायद शुरू हुई है.