बक्सर: बिहार के बक्सर में कूड़ा डंपिंग जोन की सौगात नगर वासियों को जल्द मिलेगी. स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़को के किनारे फैली गंदगी बक्सर के माथे पर बदनुमा दाग है. 42 वार्डो की सफाई पर सलाना 10 करोड़ 32 लाख रुपये खर्च करके भी इसकी हालत बदलती नजर नहीं आ रही है. बताया जा रहा है कि महीने के अंदर ही यहां कूड़ा डंपिंग जोन बनकर तैयार होगा, जिसकी जानकारी नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने दी है.
डंपिंग जोन बनकर है तैयार:नगर परिषद के अधिकारियों के द्वारा जिले के इटाढ़ी प्रखण्ड में कूड़ा डंपिंग जोन चिन्हित कर लिया गया है. उस स्थल तक पहुंचने के लिए युद्स्तर पर धान की कटनी होने के साथ ही पहुंच पथ बनाया जाएगा. कूड़ा डंपिंग जोन की जानकारी देते हुए नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी प्रेम स्वरूपम ने बताया कि इटाढ़ी प्रखण्ड में कूड़ा डंपिंग जोन लगभग बनकर तैयार है. स्थल तक पहुंचने में किसानों के खेतों में लगी धान की फसल आ रही है. फसल कटने के साथ ही पहुंच पथ बनाया जाएगा.
सफाई पर 10 करोड़ खर्च करने के बाद भी नहीं बदली बक्सर शहर की सूरत, एक महीने में तैयार होगा कूड़ा डम्पिंग जोन - Garbage Dumping Zone
Garbage Dumping Zone In Buxar: बक्सर में कूड़ा डंपिंग जोन बनाने की तैयारी हो रही है. अब तक शहर की सफाई पर सालाना 10 करोड़ 32 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं लेकिन कोई बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है. आगे पढ़ें पूरी खबर...
Published : Nov 2, 2023, 1:53 PM IST
"शहर के सड़को के किनारे जहां-जहां कूड़ा रखा गया है उसे भी उठाकर डंपिंग जोन में डंप कर इस धार्मिक नगरी को स्वच्छ एवं सुंदर बनाया जाएगा. डंपिंग जोन का काम पूरा हो गया है. "-प्रेम स्वरूपम, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद
अधिकारियों की लापरवाही के कारण नहीं बन पाया डंपिंग जोन: डुमरांव विधानसभा क्षेत्र से भाकपा माले विधायक अजीत कुमार सिंह ने जिला प्रशासन एवं नगर परिषद के अधिकारियों पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि बिहार सरकार के पास ना तो पैसे की कमी है और ना ही दृढ़ इच्छा शक्ति की. हालांकि जिला प्रशासन एवं नगर परिषद के अधिकारियों की लापरवाही के कारण अब तक बक्सर एवं डुमराव नगर परिषद में कूड़ा डंपिंग जोन नहीं बन पाया था, जिसका खामियाजा लोग भुगत रहे हैं.
"सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं है. सरकार जब चाहे वो डंपिंग जोन बनवा सकती है. जिला प्रशासन एवं नगर परिषद के अधिकारियों की लापरवाही के कारण ये अबतक बनके तैयार नहीं हो पाया है."-अजित कुमार सिंह, भाकपा विधायक
शहर में फैली गंदगी बक्सर के माथे पर कलंक:वहीं कूड़ा डंपिंग जोन की सौगत जल्द ही मिलने के सवाल पर स्थानीय लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि "बक्सर को गंदे शहर में पूरे देश मे दूसरा स्थान मिला था. यह पुरस्कार रूपी आपमान बक्सर के माथे पर कलंक है. जिसे मिटाना इतना आसान नहीं है. बक्सर का इतिहास गौरवशाली है और उसे प्राप्त होना चाहिए, कूड़ा डंपिंग जोन की सौगात हम सभी के लिए खुशी की बात है. शहर में रहने वालों से लेकर सभी को अपनी सोच बदलने की जरूरत है. लोग डस्टवीन होने के बाद भी कूड़े को बाहर गिरा देते है, जो गलत है.'
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