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बक्सर: डेंजर लेवल के करीब पहुंचा गंगा नदी का जलस्तर, प्रशासन अलर्ट - एनडीआरएफ

गंगा की तटवर्तीय इलाको में हो रही बारिश की वजह से बक्सर में बाढ़ की खतरा मंडराने लगा है. पानी चेतावनी बिन्दु से अभी 1 फिट दूर है. वहीं, एनडीआरएफ की टीम गंगा नदी में पेट्रोलिंग कर रही है.

गंगा के जलस्तर,
गंगा के जलस्तर,

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Published : Sep 4, 2020, 10:55 PM IST

बक्सर:गंगा के तटवर्ती इलाकों में हो रहे मूसलाधार बारिश के कारण पिछले 15 दिनों से लगातार गंगा के जलस्तर में वृद्धि हो रही है, जिसको देखते हुए जिला प्रशासन के अधिकारी अलर्ट मोड पर हैं. केंद्रीय जल आयोग के अधिकारियों ने बताया कि चेतावनी बिंदु से मात्र 1 फीट नीचे गंगा की जलस्तर है. अभी भी 2 घंटे में 1 सेंटीमीटर की रफ्तार से गंगा की जलस्तर बढ़ रहा है.

गंगा के जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन के अधिकारियों ने गंगा नदी में वोट की परिचालन और स्नान पर पूरी तरह से रोक लगा दिया है. एनडीआरएफ की टीम लगतार गंगा नदी में पेट्रोलिंग कर रही है. गंगा घाटों पर स्नान करने वाले लोगों को स्नान करने से मना कर रहे हैं. शहर के प्रसिद्ध रामरेखा घाट पर बना विवाह मंडप में पानी प्रवेश कर गया है.

पेश है रिपोर्ट

'किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार'

रामरेखा घाट पर मौजूद नाविकों ने बताया कि गंगा की जलस्तर लगतार बढ़ रहा है, जिसको देखते हुए नाव की परिचालन बंद कर दिया गया है. अब हमारे सामने रोजी रोटी की संकट उत्पन्न हो गई है. पूरे दिन नाव से जो कमाई होती थी, उसी से पूरा परिवार का रोजी-रोटी चलता था. लेकिन अब परेशानियां और बढ़ गई हैं. वहीं, गंगा के जलस्तर को लेकर डीएम अमंग समीर ने बताया कि अभी भी चेतावनी बिंदु से 30 सेंटीमीटर और खतरे के निशान से डेढ़ मीटर दूर गंगा के जलस्तर है. जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. लगातार बक्सर कोइलवर तटबंध पर पेट्रोलिंग की जा रही है. जिला के 5 प्रखंडों के 25 पंचायतों पर पूर्व में बाढ़ से जहां क्षति होती थी, वहां विशेष सावधानी बरती जा रही है. हम किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.

गंगा के तटवर्ती इलाकों में पानी

अलर्ट पर प्रशासन

बता दें कि साल 2003, 2016 ,और 2019 में जिला के पांच प्रखंड चौसा ,बक्सर ,सिमरी, चक्की ,ब्रह्मपुर के 25 पंचायतों में गंगा नदी का पानी प्रवेश कर गया था, जिसको देखते हुए जिला प्रशासन के अधिकारियों की इस 25 पंचायतों पर विशेष ध्यान है. हालांकि खतरे के निशान से अभी भी गंगा का पानी लगभग डेढ़ मीटर नीचे है. वहीं, 3 सितंबर को गंगा में स्नान करने के दौरान शहर के नाथ बाबा मंदिर घाट पर पानी में डूबने से एक युवक की मौत हो गई थी, जिसके बाद गंगा में स्नान पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया है.

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