बक्सर: जिले में उफनती गंगा अब विकराल रुप धारण कर रही है. बढ़ते जलस्तर के कारण गंगा खतरे के निशान से 60 सेंटीमीटर अधिक बहने लगी है. नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण जिले के 6 प्रखंडों में बाढ़ का पानी घुस गया है.
बक्सर: खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा, 6 प्रखंड के सैकड़ों गांवों में घुसा बाढ़ का पानी - बक्सर में बाढ़
जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया है. वहीं, एनडीआरएक की टीम तैनात कर दी गई है. जिलाधिकारी की कहना है कि चिंता की कोई बात नहीं है. हालात पर पूरी नजर रखी जा रही है.
6 प्रखंडों में घुसा बाढ़ का पानी
जिले के 6 प्रखंड बक्सर, बरहमपुर, चौसा, सिमरी, इटारसी और चक्की प्रखंड के लगभग सैकड़ों गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है. केशोपुर से लेकर महाजी डेरा तक का पूरा इलाका जलमग्न हो गया है. बाढ़ आने के बाद भी जिला प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिलने से बाढ़ से प्रभावित लोगों में मायूसी है. अपनी समस्या को लेकर सिमरी प्रखंड पहुंचे छोटका राजपुर के दियारांचल क्षेत्र के लोगों ने बताया कि अबतक प्रशासन के एक भी कर्मी हमें देखने तक नहीं आये हैं कि हम किस हालात में हैं. बाढ़ के कारण हमलोगों को काफी परेशानी हो रही है.
जिला प्रशासन ने लिया बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा
जिले में आयी बाढ़ को लेकर जिला पदाधिकारी राघवेन्द्र कुमार सिंह, बक्सर पुलिस कप्तान उपेन्द्र नाथ वर्मा और डुमरांव एसडीओ हरेंद्र राम समेत कई अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया. इस दौरान जिला पदाधिकारी राघवेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि स्थिति चिंताजनक नहीं है. लोगों के आवागमन के लिए जिला प्रशासन की ओर से वोट उपलब्ध कराया गया है. रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की टीम लगा दी गई है. बाढ़ के कारण फसलों का नुकसान हुआ है. जिसका आकलन करने के बाद किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा.