बक्सर: बिहार (Bihar) के बक्सर (Buxar) जिले में गंगा (Ganga) और कर्मनाशा नदी (Karmanasha River) उफान पर है. जिले में गंगा खतरे के निशान से 70 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. वहीं कर्मनाशा नदी का पानी भी कई गांवों को पूरी तरह से घेर लिया है. बाढ़ का पानी जिले के पांच प्रखण्ड के 18 पंचायत के 38 से अधिक गांव में घुस गया है. जिसके चलते लोगों की परेशानी बढ़ गयी है.
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सिमरी प्रखण्ड के नियाजीपुर, राजपुर, गंगौली पंचायत के लगभग एक दर्जन छोटे बड़े गांव को बाढ़ की पानी ने अपने चपेट में ले रखा है. लोगों के घरों में घुटने भर से लेकर कमर तक पानी है. सैकड़ों लोग बाढ़ को देखते हुए उत्तरप्रदेश में पलायन कर गए लेकिन अभी भी सैकड़ों परिवारों को सरकार की ओर से मिलने वाली मदद का इंतजार है.
जिला मुख्यालय से 37 किलोमीटर दूर श्रीकांत राय के डेरा से लेकर, नगपुरा, केशोपुर और राजपुर इलाके तक बाढ़ में फंसे लोगों तक जब ईटीवी भारत की टीम पहुंची तो लोगों ने सरकार और जिला प्रशासन के अधिकारियों के दावे की पोल खोलकर रख दिया.
सिमरी प्रखण्ड के गंगौली पंचायत अंतर्गत श्रीकांत राय के डेरा के लगभग सभी घरों में पानी प्रवेश कर गया है. दलित और महादलित परिवरों की हालत और भी बदतर है. लोग घुटने भर पानी में खड़े होकर किसी मसीह के आने का इंतजार कर रहे हैं. बाढ़ पीड़िता ने बताया कि स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर, मुखिया, विधायक, सीओ, वीडियो सभी वोट से चक्कर लगाकर चले जा रहे हैं लेकिन जिन गांवों में पानी है, वहां कोई भी नहीं रहा है.