बक्सर:बिहार के 16 जिले बाढ़ की चपेट में है. इस बाढ़ के कारण राज्यभर में 70 लाख से अधिक आबादी प्रभावित हुई है. वहीं जिले में बाढ़ को लेकर पूर्व तैयारी की गई, लेकिन हल्की सी बारिश ने सारी पोल खोलकर रख दी. बाढ़ से बचाव को लेकर गंगा नदी के किनारे बांध पर बनाए गए स्पर से बालू भरी बोरियां बह गई. इससे जिले के एक बड़े इलाके पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.
जिले के पांच प्रखंड चौसा, बक्सर, सिमरी, चक्की और ब्रह्मपुर प्रखंड को बढ़ से बचाने के लिए ढाई महीना पहले ही 10 एजेंसी के माध्यम से बाढ़ से निपटने की सारी तैयारी पूरी करने का दावा किया गया था. लेकिन बाढ़ पूर्व तैयारी में अनियमितता के कारण ये सारे दावे फेल हो गए हैं. इस अनियमितता को लेकर ईटीवी भारत ने डीएम अमन समीर को 2 महीने पहले ही अवगत करवाया था. बताया गया था कि बाढ़ नियंत्रण विभाग की ओर से गंगा के कटाव को रोकने के लिए जो स्पर बनाया जा रहा है वो मानक के अनुरूप नहीं है. बोरियों में बालू की जगह मिट्टी भरकर रखा जा रहा है. जो खतरे से खाली नहीं है. उसके बाद जांच की बात कहकर मामले को ठंढे बस्ते में डाल दिया गया.
15 मिनट की बारिश में खुली पोल
देर रात 15 मिनट तक हुई हल्की सी बारिश में कटाव को रोकने के लिए बोरियो के अंदर रखी गई मिट्टी पूरी तरह से गल कर बह गई. देखते ही देखते कटाव रोकने के लिए जिला प्रशासन और बाढ़ नियंत्रण विभाग की ओर से बनाया गया स्पर गंगा के गोद में समा गया. स्थानीय लोगों जब इसकी सूचना दी तो प्रशासनिक अधिकारियों ने आनन-फानन में बाढ़ नियंत्रण विभाग से संपर्क किया और सबकुछ ठीक होने की बात कही गई. बताया गया कि कहीं कुछ भी नहीं हुआ है.