बक्सर:आरजेडी नेताओं ने जिले के कृषि पदाधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने किसानों की योजनाओं में लूटपाट का आरोप लगाते हुए कृषि पदाधिकारी को चेतावनी दी. उनका कहना था कि किसानों की हकमारी बंद करें, नहीं तो कृषि पदाधिकारी का कार्यालय जाना-आना बंद कर देंगे. उन्होंने सरकार से पदाधिकारी को गिरफ्तार करने की मांग की है.
दरअसल, सरकार की ओर से चलाई जाने वाली योजनाओं से महरूम बक्सर के किसानों ने आरजेडी के बैनर तले कृषि पदाधिकारी कृष्णनंदन चक्रवर्ती के खिलाफ आंदोलन की बात कही है. वह इसकी तैयारी में भी जुट गए हैं. उनका आरोप है कि लगातार वरीय पदाधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
आरजेडी नेता और सामाजिक कार्यकर्ता का बयान अधिकारियों को जेल भेजने की मांग
आंदोलन की तैयारी में जुटे आरजेडी नेता सह पूर्व जिला अध्यक्ष भरत यादव और समाजसेवी दिलीप वर्मा ने जिला कृषि पदाधिकारी को अगाह करते हुए कहा कि बक्सर को चारागाह ना समझें. जल्द ही किसानों को उनका हक नहीं मिला तो वह उग्र हो जाएंगे. उन्होंने मांग की है कि तमाम घोटालों की जांच हो और वरीय अधिकारियों को जेल भेजा जाए.
'एक मामला सुलझा नहीं कि दूसरा घोटाला उजागर'
बता दें कि बक्सर कृषि कार्यलय ने पहले से ही वैसे लोगों को बीज, कीटनाशक, दुकान का लाइसेंस जारी कर दिया है जो बिना दुकान खोले ही विभाग की सारी योजनाओं का लाभ ले रहे हैं. गौरतलब है कि सरकार ने जून महीने में ही किसानों के बीच 700 क्विंटल ढाईचा घास के बीज और 2018-19 में 300 क्विंटल अरहर के बीज किसानों के बीच वितरण करने के लिए दिया गया था. लेकिन, यह बीज किसानों तक नहीं पहुंच पाया. जिसकी जांच फिलहाल चल ही रही थी. इसी बीच 2014-15 में लाखों रुपये की डिलीवरी पाइप घोटाले का एक और मामला उजागर होने से बक्सर के किसान आक्रोशित हैं.