बक्सरःआयुष्मान भारत के तहत बक्सर जिले में चल रहे 8 हेल्थ वेलनेस सेंटर राम भरोसे है. हेल्थ वेलनेस सेंटर में जन्म लेने वाले बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र तक बनाने की व्यवस्था नहीं है. यहां चल रहे हेल्थ वेलनेस सेंटर में सुविधाओं का घोर अभाव है.
वेलनेस सेंटर में कोई सुविधा नहीं
भारत सरकार की महत्वकांक्षी योजना आयुष्मान भारत के तहत बक्सर जिला में कुल 11 हेल्थ वेलनेस सेंटर की सुविधा मुहैया कराने का लक्ष्य रखा गया था. भारत सरकार के निर्देशानुसार जिला में 8 हेल्थ वेलनेस सेंटर में स्वास्थ्य सेवा बहाल भी कर दी गई है. लेकिन यहां चल रहे हेल्थ वेलनेस सेंटर में कोई सुविधा नहीं है.
डॉक्टर उषा किरण, सिविल सर्जन नहीं बनता बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र
इन स्वास्थ्य केंद्रों पर जन्म लेने वाले बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र तक नहीं बनता. जिसके कारण इन स्वास्थ्य केंद्रों में हमेशा वीरानगी ही छाई रहती है. यहां लोग इलाज कराने के लिए नहीं आते. सुविधा नहीं मिलने के कारण अन्य अस्पतालों का रूख कर लेते हैं, लोगों का कहना है कि करोड़ों रुपये खर्च कर इतने स्वास्थ्य केंद्रों को बनाने का क्या फायदा?
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वहीं, हेल्थ वेलनेस सेंटर की बदहाल व्यवस्था को लेकर जब बक्सर सिविल सर्जन डॉक्टर उषा किरण से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सभी हेल्थ वेलनेस सेंटर को अपडेट किया जा रहा है. स्टाफ से लेकर एम्बुलेंस और जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. जल्द ही केंद्रीय स्वस्थ्य विभाग की एक टीम बक्सर जिले में बने तमाम हेल्थ वेलनेस सेंटर का निरीक्ष करेगी.