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बक्सर जिला प्रशासन ने गंगा में शवों के प्रवाह पर लगायी रोक

गंगा नदी सील करने के बाद फिर दो शव बरामद हुए हैं. जिला प्रशासन ने सीमा पर जाल लगाने के बाद गंगा शवों के प्रवाह पर रोक लगा दी है. महाजाल में एक बार फिर यूपी की ओर से 2 शव मिले हैं.

buxar dead body
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Published : May 11, 2021, 10:40 PM IST

Updated : May 12, 2021, 10:22 AM IST

बक्सर: जिला प्रशासन ने गंगा नदी में शवों के प्रवाह पर पूरी तरह रोक लगा दी है. लेकिन उत्तर प्रदेश की तरफ से लाशों का आना लगातार जारी है. जिसके बाद अब इस तरह की समस्या आगे ना हो इसका रास्ता निकाला गया है. बक्सर प्रशासान ने यूपी-बिहार बॉर्डर पर जाल बिछाकर गंगा को सील कर दिया गया है. जिसके बाद आज फिर से चौसा के रानी घाट पर जिला प्रशासन की ओर से लगे जाल में दो लाशें बहकर आयी हैं. इसकी जानकारी अनुमंडल पदाधिकारी के.के उपाध्याय ने दी.

शवों के प्रवाह पर पूरी तरह रोक
गंगानदी में लगातार मिल रहे शवों को लेकर अब बक्सर जिला प्रशासन और सख्त हो गया है. एक तरफ जहां चौसा के रानी घाट के पास गंगानदी को महाजाल से पाट दिया गया है. वहीं अब जिले के अंदर गंगानदी में शवों के प्रवाह पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है. जिलाधिकारी बक्सर अमन समीर और पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार सिंह के संयुक्त हस्ताक्षर से जारी पत्र में जिले के चौसा, बक्सर, सिमरी, ब्रम्हपुर और चक्की अंचल के अंचलाधिकारियों और थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि गंगा में शवों के प्रवाह पर पूरी तरह रोक लगाएं.

जारी किया गया पत्र

सभी शवों का पोस्टमार्टम
बता दें कि गंगा नदी बक्सर जिले में इन पांच अंचल क्षेत्रों से होकर गुजरती है. प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि स्थानीय स्तर पर लोगों से बात कर गंगा में शवों का प्रहाव नहीं करने के लिए जागरूकता अभियान चलाएं. बता दें कि जिले के महादेवा घाट के पास कल 71 शव बरामद किए गए थे. आनन फानन में जिला प्रशासन ने रात्रि में सभी शवों का पोस्टमार्टम कराया और डीएनए सुरक्षित रख कर लाशों का डिस्पोजल कराया.

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मुहिम चलाने की जरूरत
अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा है कि एक मुहिम चलाने की जरूरत है कि लोग अपने परिजनों की लाशों को गंगा जी में प्रवाहित ना करें. यह आंदोलन की तरह चलना चाहिए जिससे कि लोगों में चेतना आए और शवों का प्रहावबंद हो. यह बहाना उचित नहीं है कि मृतकों को जलाने के लिए पैसा नहीं है. हम लकड़ी नहीं खरीद सकते हैं या उनको जला नहीं सकते हैं. जब परिवार में लोग साथ रहते हैं तो, उनकी कीमत रहती है. जैसे ही शरीर से प्राण निकल जाती है तो, कोई उसको पूछने वाला नहीं है. यह सामाजिक मूल्यों का अधः पतन है. पारिवारिक मूल्यों में भी आ रही गिरावट का परिचायक है.

लाशों का आना बदस्तूर जारी
के.के उपाध्याय ने कहा कि सभी साथियों से मेरा अनुरोध है कि निश्चित रूप से एक मुहिम चले, जिससे लोगों को जागरूक किया जा सके और लोगों की चेतना बढ़ाई जा सके.
बक्सर जिला प्रशासन के अनुसार उत्तर प्रदेश की तरफ से लाशों का आना बदस्तूर जारी है. यह कल भी देखने को मिला, जब डीएम बक्सर अमन समीर ने बताया कि करीब 30 लाशों को जिले के चौसा महादेवा घाट के पास देखा गया है. लेकिन जब रात में पोस्टमार्टम किया गया, तब तक 71 शव वहां पहुंच चुकी थीं.

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गंगानदी में लगाया गया महाजाल
जिसके बाद आज बक्सर के चौसा और गाजीपुर के बीरपुर के सामने बक्सर जिला प्रशासन ने गंगानदी में महाजाल लगा दिया. ताकि अब उत्तर प्रदेश की तरफ से शव न आये या फिर आये तो पता चल जाए. बता दें सोमवार को महादेव घाटपर जो नजारा देखने को मिला उसके बाद लोग सहम गए हैं. लोगों को डर इस बात का है कि कोरोना से मौत के बाद शवों को गंगा में बहा दिया गया है. 50 से भी ज्यादा शव बक्सर के महादेव घाट पर तैरते हुए मिले थे.

Last Updated : May 12, 2021, 10:22 AM IST

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