अंधविश्वास का भय दिखाकर छपरा में लूट बक्सर : बिहार के बक्सर में लूट की अजीब घटना सामने आई है. मामला यूं है कि एक ठग बाइक से आकर एक घर के पास रुकता है और एक महिला को उसके बीमार बेटे की मौत हो जाने की बात कह डरा देता है. फिर इस समस्या का उपाय करने के बहाने उसके घर में लूट को अंजाम देता है. इस दौरान जब उस महिला की सास दखल देती है, तो उसे भी पोते की मौत के झांसे में ले लेता है. यह मामला जिले के डुमराव अनुमंडल अंतर्गत मुरार थाना क्षेत्र के कोन्ही गांव की है.
ये भी पढ़ें :Buxar Crime: सीएसपी संचालक से 4 लाख लूट मामले में 4 आरोपी गिरफ्तार
बाइक से आया था ठग : घटना के बाद इस लूट की शिकार सास-बहू अब अपने आप को ही कोस रही है. ठगी की शिकार कोन्ही गांव के पिंटू यादव की पत्नी रिशु ने बताया कि बाइक पर सवार होकर एक युवक आया और उसने आते ही यह बताया कि तुम्हारे बेटे की तबीयत खराब है. सावन मास खत्म होते-होते उसकी मौत हो जाएगी. उसने कहा कि वह तंत्र-मंत्र का जानकार है. वह उसके बेटे को बचाने के लिए पूजा कर कोई उपाय कर सकता है.
"पूजा के लिए सबसे पहले उसने थोड़ा चावल मंगाया फिर अगरबत्ती मंगाई और फिर यह कहा कि कोई एक स्वर्णाभूषण उसे उसके सामने रखना होगा तभी पूजा शुरु हो पाएगी. अलमारी से एक गहना उसके सामने लाकर रख दिया. इसके बाद ठग ने मुझे अगरबत्ती लेकर एक कमरे में चले जाने को कहा. दो घंटे बाद भी जब उसने आवाज नहीं दिया तो मैं बाहर निकली और देखा अलमारी से सारा गहना गायब था"- रिशु, पीड़ित महिला
सास को भी झांसे में लेकर कमरे में भेजा : वहीं रिशु देवी की सास रेशमा देवी ने कहा कि "मैं घर पर नहीं थी. घर आई तो देखा पूजा पाठ हो रहा है. पूछने पर पता चला कि पोते की बीमारी को ठीक करने के लिए पूजा चल रही है. ठग ने मुझे भी एक अगरबत्ती दे दी और कहा कि एक कमरे में जाकर अगरबत्ती लेकर बैठ जाइए". हालांकि सास का यह दावा है कि उसे संदेह हो गया था, लेकिन उसे नहीं मालूम था कि ठग की नजर गहनों पर है. फिर भी वह अंधविश्वास के कारण चुपचाप कमरे में बैठी रही.
अलमारी से सारे गहने थे गायब : पीड़िता के अनुसार उसकी अलमारी से मंगलसूत्र, पायल, अंगूठियां, पुत्र के गहने समेत स्वर्णाभूषण गायब हो गए थे. रोते-बिलखते उसने अपनी सास को भी इस बात की जानकारी दी और फिर दोनों थाने पहुंचे. पीड़िता ने मुरार थाने में ठग के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है.
"घटना की जानकारी पीड़िता ने लूट के करीब दो घंटे बाद दी. जिस बाइक से ठग आया था, उसका नंबर भी नोट नहीं किया गया है. हालांकि जो हुलिया बताया गया है उसके आधार पर ठग की पहचान और गिरफ्तारी की कोशिश हो रही है. इस तरह के अंधविश्वास से बचना चाहिए".-रविकांत, थानाध्यक्ष, मुरार