बक्सर:कोरोनाके दूसरे स्ट्रेन के समय में सभी को पहले से ज्यादा सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इस बात की पुष्टि की है कि पिछले बार की तुलना में कोरोना का दूसरा स्ट्रेन काफी नुकसानदायक है. ऐसे में जानकारी के अभाव में कोरोना संक्रमण को मौसमी बीमारी समझना लोगों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है. इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने बुखार के लक्षण आने पर कोरोना संक्रमण की जांच कराने की अपील की है.
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"इन दिनों अस्पताल में बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. जिसमें मरीजों के बताए अनुसार उनमें कोरोना के लक्षण देखे जा रहे हैं. हालांकि, संक्रमण के बढ़ते हुए आंकड़ों के पीछे लोगों की जागरूकता भी शामिल है. जिससे वह खुद से अपना टेस्ट करा रहे हैं."-दुष्यंत कुमार, प्रबंधक, सदर अस्पताल
हर वायरल बुखार नहीं होता
सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र नाथ के अनुसार हर वायरल के कारण और लक्षण अलग-अलग होते हैं. घर में यदि बड़ों की तबीयत खराब है और फिर बच्चा बीमार हो रहा है तब यह न सोचें की यह वायरल है, जांच जरूर कराएं. लोग अब पहले से ज्यादा जागरूक हो गए हैं. पहले जब वे चिकित्सक के पास पहुंचते थे और कोरोना टेस्ट कराने के लिए बोला जाता था, तो वे इस बात को स्वीकार ही नहीं करते थे. अब वे खुद से जांच करा रहे हैं. जांच कराना जरूरी है तभी बच्चों को बेहतर इलाज मिल सकेगा. यदि बच्चे को दो से तीन दिनों तक लगातार बुखार आ रहा है, तो उनका भी कोरोना का टेस्ट कराएं.