बक्सर:मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के बाद बिहार की राजधानी पटना के आलमगंज थाना इलाके के गुलजारबाग (Gaighat Shelter Home Patna) उत्तर रक्षा महिला गृह से निकलकर एक युवती ने महिला रिमांड होम के अधीक्षिका बंदना गुप्ता पर (Gaighat Shelter Home superintendent bandana gupta) सनसनीखेज आरोप लगाया, जिसके बाद बिहार में सियासी घमासान शुरू हो गया है. विपक्ष के साथ ही साथ अब सत्ताधारी दल बीजेपी और जदयू की महिला कार्यकर्ताओं ने (Buxar Politicians Opinion On Shelter Home case) भी इस मामले पर मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों पर मामले की लीपापोती करने का आरोप भी लगाया है.
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वहीं, गायघाट शेल्टर होम के विवाद पर बक्सर बीजेपी जिलाध्यक्ष माधुरी कुंवर ने कहा कि, तमाम शेल्टर होम में तैनात महिला संचालिकाओं के चरित्र का पहले सत्यापन करने के बाद ही उन्हें कोई जिम्मेदारी दी जानी चाहिए. ऐसी जगहों पर जब तक सिफारिश पर नियुक्तियां होंगी, तब तक ऐसी घटनाओं पर लगाम नहीं लगेगा. सरकार को इस प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना होगा. साथ ही आसपास के सामाजिक लोगों को भी शेल्टर होम में विजिट करने से लेकर निगरानी करने की जम्मेदारी मिलनी चाहिए.
बक्सर बीजेपी जिलाध्यक्ष माधुरी कुंवर ने घटना के विरोध में कहा कि, शेल्टर होम करप्शन का अड्डा बन गया है. जहां तमाम अनैतिक कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है. बयान देने वाली वो लड़की नहीं बल्कि समाज कल्याण विभाग के अधिकारी झूठ बोल रहे हैं. मुजफ्फरपुर बालिका गृह में जो घटना हुई थी, उसने पूरे विश्व में बिहार को शर्मसार किया था, अब पटना गायघाट स्थित शेल्टर होम से भागकर जिस लड़की ने यह पूरा राज खोला है. उसने सुधार गृह के नाम पर चलने वाला अय्याशी के अड्डा का पर्दाफाश किया है. दुनिया की कोई भी महिला अपनी इज्जत को नहीं उछालेगी, कितना जुल्म ढाया गया होगा तब तो वह वहां से भागने पर मजबूर हुई होगी.