बक्सर:जिले के ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले मछुआरे अपनी समस्याओं (Buxar fishermen have trouble in fishing ) को लेकर पिछले 7 साल से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन आज तक इनकी फरियाद किसी ने नहीं सुनी. सांसद व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ( Ashwini Kumar Choubey On Buxar Fishermen) का भी ध्यान मछुआरों ने इस समस्या की ओर आकृष्ट कराया. इन लोगों का कहना है कि माफिया इन्हें मछली पकड़ने नहीं देते हैं. इतना ही नहीं मछली पकड़ने के एवज में पैसों की मांग भी की जाती है.
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मछुआरों की रोजी रोटी पर संकट:ब्रम्हपुर प्रखंड के सेमरा गांव के रहने वाले शिवजी मल्लाह बताते हैं कि, अपनी मांगों को लेकर जिलाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, लोकायुक्त, बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी, सांसद सह केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे सहित प्रधानमंत्री कार्यालय को भी आवेदन दिया है, पर समाधान नहीं निकला. मछुआरा शिवजी मल्लाह की मानें तो पिछले सात सालों से अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के सामने रोजी रोटी बचाने के लिए गुहार लगा रहें हैं. हर बार इन्हें आश्वासन मिलता है लेकिन सात सालों में समस्या का समाधान कभी नहीं हुआ. अपनी फरियाद लेकर कहीं खुद गये तो कहीं आवेदन दिया पर नतीजा हर बार सिफर ही रहा.
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क्या है समस्या:मछुआरों ने बताया कि ब्रह्मपुर प्रखंड के मूल मछुआरों को आजतक कमेटी का सदस्य नहीं बनाया गया है. जिसके कारण इन लोगों को मछली पकड़ने में काफी परेशानी होती है. मछली पकड़ने के लिए कुछ नियम बना दिए गए हैं. जिसके कारण ये लोग ज्यादा मछली नहीं पकड़ सकते हैं. जबकि उत्तर प्रदेश से आए मछुआरे जितनी चाहे उतनी मछली पकड़ सकते हैं. इन लोगों का आरोप है कि इनके पुश्तैनी कारोबार को कुछ माफिया खत्म करने की फिराक में हैं.