बक्सर: बक्सर जिले में बेपटरी हुई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सिमरी प्रखंड के किसानों ने इस साल बड़े पैमाने पर दियारा इलाके में फूलों की खेती की है, लेकिन कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave of Corona) ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. किसानों ने बताया कि 15 हजार रुपए प्रति बीघा लीज पर जमीन लेकर इस साल फूलों की खेती की थी, लेकिन मांगलिक कार्य शुरू होने से पहले ही कोरोना ने आमदनी पर ग्रहण (Flower Business Collapsed in Buxar) लगा दिया है. मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारा बंद हैं. शादी के लिए फूलों का जो ऑर्डर मिला था, उसे भी लोग कैंसल करा रहे हैं. जिससे बक्सर में फूल कारोबार चौपट हो गया है.
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बक्सर में कोरोना का असर दिखने लगा है, जिससे किसानों के माथे की लकीरें मोटी होने लगी हैं. खेतों में फूलों की रखवाली कर रहे किसानों ने बताया कि कोरोना का नाम सुनते ही दिल दहल उठा है. पिछले 2 साल घर में रखी पूंजी लगाकर 1 एकड़ फूल की खेती की थी, लेकिन लॉकडाउन ने सब कुछ तहस नहस कर दिया. इस आर्थिक विपदा से उबरने के लिए 15 हजार में 15 कट्ठा खेत एक जमींदार से लीज पर लिया था, लेकिन इस साल भी कोरोना आ गया. कहीं, सरकार ने लॉकडाउन लगा दिया तो पूरा परिवार भुखमरी की कगार पर आ जाएगा.