बक्सर:जिस जिले से केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री हो, वहां का सदर अस्पताल बदहाली के आंसू रोए तो ऐसे में दूसरे जिलों के अस्पतालों की चर्चा करना ही बेकार है. दरअसल, बक्सर के जिला अस्पताल में सुविधाओं का घोर अभाव है. इसके बावजूद बक्सर संसदीय क्षेत्र का सांसद और स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे इन समस्याओं को सिरे से खारिज करते हैं.
जिला अस्पताल का आलम यह है कि यहां आने वाले मरीजों को रुई तक भी मुफ्त में नसीब नहीं होती है. इलाज के बाद डॉक्टर मरीजों को पर्ची थमाते हैं. जिसमें से ज्यादातर दवाईयां लोगों को बाहर से खरीदनी पड़ती हैं.
ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट ताजा मामला
सदर अस्पताल की कुव्यवस्था को लेकर जब जिला परिषद सदस्य बुचिया देवी उर्फ बसन्ती देवी मंत्री से शिकायत करने पहुंची तो उन्हें बुरी तरह धमकाया गया. उनसे कहा गया कि यदि अगली बार जिला परिषद का चुनाव जीतना है तो मीडिया से दूर रहे.
अश्विनी चौबे ने अव्यवस्था को झूठलाया
मालूम हो कि चुनाव जीतने का बाद अश्विनी चौबे जब पहली बार बक्सर आए तो उन्होंने सदर अस्पताल का दौरा किया था. जिस दौरान उन्होंने वहां के मरीजों की समस्या जानी थी. लेकिन, जब उनसे दवाईयों की कमी पर सवाल किया गया था तो उन्होंने स्थिति में सुधार करने की बात कहने की बजाय जनता को ही झूठा बना दिया था.
गौरतलब है कि 10 दिन पहले ही बक्सर जिला अधिकारी ने सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था. उस समय भी अस्पताल में मामूली सर्दी-बुखार तक का दावा उपलब्ध नहीं थी.