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..जब बक्सर में चार साल के मासूम के गले में फंसा जीन्स का बटन - बक्सर लेटेस्ट न्यूज

बक्सर में एक मासूम बच्चा खेल-खेल में जीन्स का बटन निगल (Jeans Button Stuck in Neck Of Child In Buxar) लिया. बटन बच्चे के गर्दन में जाकर अटक गया और उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी. बच्चे को तड़पता देख परिजन उसे अस्पताल लेकर भागे. पढ़ें पूरी खबर...

चार साल के मासूम के गले में फंसा जीन्स का बटन
चार साल के मासूम के गले में फंसा जीन्स का बटन

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Published : Nov 4, 2022, 7:59 PM IST

बक्सर: धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर्स ने एक चार साल के बच्चे की जान बचा ली. बच्चे के गर्दन में जीन्स का बटन फंस गया (Jeans Button Stuck In Neck) था. जिस कारण वह सांस नहीं ले पा रहा था और दर्द से छटपटा रहा था. ये मामला बक्सर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र का है. जहां चौसा नरबतपुर गांव निवासी मुन्ना सोनार का 4 वर्षीय नाती प्रिंस कुमार खेल-खेल में जीन्स का बड़ा बटन अपने मुंह में गटक (Four Year Kid Swallow Jeans Button) लिया. जीन्स बटन उसके गले में जाकर फंस गया.

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PHC के डॉक्टरों ने हाथ खड़े किए:बच्चे के गले में जीन्स का बटन अटकते ही उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी. वह दर्द और तकलीफ से कहराने लगे. ऐसे में बच्चे के परिजन पहले खुद ही गले से बटन निकालने का प्रयास किया. जब बच्चे की तकलीफ और बढ़ गई तो वे उसे PHC लेकर गए. जहां डॉक्टरों ने बच्चे की हालत खराब देख हाथ खड़े कर लिए. जिसके बाद बच्चे को एक निजी अस्पताल आस्था में भर्ती कराया गया. वहां के डॉक्टरों ने बच्चे के गले का एक्स-रे करवाया.

"खेलते वक्त बच्चों पर ध्यान देना चाहिए नहीं तो ऐसी स्थिति जानलेवा हो सकती है. परिजन बच्चें को सही समय पर लेकर हमारे पास पहुंचे. सफलतापूर्वक गले से जीन्स का बटन निकाल लिया गया. साथ ही बच्चा गरीब परिवार से था, इसलिए इसके कोई शुल्क भी नहीं लिया गया"-डॉक्टर वीके शर्मा, आस्था हॉस्पिटल

बिना फीस लिए निजी अस्पताल में इलाज :एक्स-रे से बच्चे के गले में फंसा बटन की स्थिति का पता चलते ही डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया. करीब दो घंटे मशक्कत के बाद डॉक्टरों को सफलता मिली और गले में फंसा बटन को निकाल लिया गया. बच्चे के ठीक होते ही परिजनों ने राहत की सांस ली. साथ ही इलाज करने वाले डॉक्टर्स को धन्यवाद कहा. अस्पताल प्रबंधन ने बच्चे के इलाज के लिए कोई फीस नहीं ली है. प्रबंधन का कहना है कि मरीज गरीब परिवार से थे.

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