बक्सरः बिहार विधानसभा चुनाव की आहट के साथ ही बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. सभी पार्टियां चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. इसी कड़ी मे एनडीए में बड़े और छोटे भाई की भूमिका पर खूब चर्चा हो रही है. जिले के चार विधानसभा सीट पर एनडीए की सहयोगी दलों की निगाहें टिकी हुई हैं. लोजपा और जेडीयू नेताओं की दावेदारी ने बीजेपी को मुश्किल में डाल दिया है.
विधानसभा सीट का टिकट
बीजेपी पूर्व जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह ने कहा कि बयानबाजी करने से किसी को विधानसभा सीट का टिकट नहीं मिलने वाला है. सभी समीकरणों को देखते हुए यह सीट किसी को अलॉट की जाएगी.
नीतीश कुमार एनडीए का चेहरा
जेडीयू के पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने कहा कि पार्टी छुटभैया नेताओं की बातों पर ध्यान नहीं देती है. नीतीश कुमार एनडीए का चेहरा हैं इसको लेकर कोई विवाद नहीं है. साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर अमित शाह और जेपी नड्डा भी नीतीश कुमार को बिहार में बड़े भाई मान चुके हैं.
बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह चुनाव परिणाम तय करेगा भूमिका
वहीं, एनडीए के सहयोगी लोजपा जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि कोई बड़ा या छोटा भाई नहीं है. उन्होंने कहा कि आगामी बिहार विधानसाभा चुनाव का परिणाम बड़े और छोटे भाई की भूमिका तय करेगा. गौरतलब है कि चुनाव की तैयारी में लगे नेता अपना स्थान सुरक्षित करने और राष्ट्रीय नेताओं की नजर में आने के लिए खूब बयानबाजी कर रहे है.